कोरोना से बचाव के साथ भक्ति: सावन में मंदिर जाने की बजाय घर में शिवलिंग स्थापित कर सकते हैं पूजा, शास्त्रों में है विधान
कोरोना संक्रमण झारखंड में अभी थोड़ा नियंत्रण में है। मगर फिर भी सरकारी आदेश के कारण राज्य के मंदिरों को बंद रखा गया है। ऐसे में कई लोग जो पूरे सावन अपने आराध्य शिव का जलाभिषेक करते थे वो नहीं कर पा रहे।
रांची, जासं। कोरोना संक्रमण झारखंड में अभी थोड़ा नियंत्रण में है। मगर फिर भी सरकारी आदेश के कारण राज्य के मंदिरों को बंद रखा गया है। ऐसे में कई लोग जो पूरे सावन अपने आराध्य शिव का जलाभिषेक करते थे, वो नहीं कर पा रहे। कई लोगों ने इस वर्ष अपने घर में शिवलिंग की स्थापना की है। घर में शिवलिंग को घर में स्थापित करने को लेकर कई मान्यताएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि घऱ में शिवलिंग की स्थापना नहीं करनी चाहिए। मगर ऐसा नहीं है। ज्योतिषाचार्य पंडित अजित मिश्रा बताते हैं कि घर में शिवलिंग की स्थापना का शास्त्रों में विधान है। मगर इसके कुछ नियम है।
पंडित अजित मिश्रा बताते हैं कि घर में अपने हाथ के अंगुठे के बराबर का शिवलिंग स्थापित किया जा सकता है। शास्त्रों के मुताबिक घर में स्थापित होने वाली शिवलिंग की लंबाई और उचाई अंगुठे के पोर से बड़ी नहीं होनी चाहिए। शिवलिंग की स्थापना ऐसे स्थान पर नहीं होने चाहिए जहां अंधेरा हो। इसके साथ ही हो सके तो शिवलिंग को खुले में स्थापित करें। शिवलिंग का रोज जलाभिषेक होना चाहिए।
अगर आप शिव जी को अपने घर में या घर के किसी मंदिर में स्थापित कर रहें है तो साफ सफाई को विशेष ध्यान रहें क्योकि शिव जी को साफ सफाई बहुत पसंद है। इसके साथ ही शिवलिंग की स्थापना अकेले न करें। लिंग के साथ गौरी, गणेश और नंदी की भी स्थापना करें। शिव के अभिषेक के जल को नाली में नहीं फेंके। इसे किसी फूल के पौधे में डाल दें। शास्त्रों के मुताबिक घर में चांदी का शिवलिंग रखकर पूजा करने से घर में शांति आती है। साथ ही, घर में रोग और दुख दूर होते हैं।
क्या कहते हैं लोग
कई वर्षों से सावन में रोज भगवान शिव को जल चढ़ाती हूं। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण ज्यादा होने की वजह से ऐसा नहीं कर पायी। हालांकि रोज पूजा और शिव की भक्ति को मैंने नहीं छोड़ा। इस वर्ष भी संक्रमण के कारण मंदिर के बंद होने कारण मैंने अपने पंडित से पूछकर एक छोटे शिवलिंग की स्थापना की है। अब पूरे सावन क्या पूरे वर्ष हर रोज शिव को जल चढ़ा सकती हूं। -सुनीता अग्रवाल
कोरोना संक्रमण के कारण मंदिर में जाकर पूजा करना संभव नहीं है। ऐसे में हमने अपने घर में इस सावन शिवलिंग की स्थापना करने का निर्णय लिया। हमने शिवलिंग के साथ पूरे शिवपरिवार की स्थापना की है। पीतल के प्लेट में सभी मूर्तियां स्थापित है। इससे पूजा करने में आसानी होती है। साथ ही, साफ सफाई में भी दिक्कत नहीं होती। -प्रियंका
शिवलिंग रेट(रूपये में )
क्रिस्टल शिवलिंगः 500
पीतल शिवलिंग नाग के साथः 300
पीतल शिव परिवार सेटः 500
पीतल शिव परिवार सेट प्लेट के साथः 600
सफेद मार्बल शिवलिंगः 150
काला मार्बल शिवलिंगः 100
मार्बल शिवलिंग पीतल बेसः 200
चांदी शिवलिंगः 1100