झारखंड के 62 लाख बच्‍चे नहीं माने जाएंगे ड्राॅप आउट, सरकार ने लिया है यह बड़ा फैसला

Sarkari School Jharkhand ऑनलाइन शिक्षा से वंचित 62 लाख बच्चों के लिए सेतु गाइड विशेष शिक्षण अभियान चलेगा। सेतु गाइड के रूप में स्थानीय युवा चयनित होंगे। उन्‍हें पारिश्रमिक मिलेगा। इसमें उच्चतर शैक्षणिक योग्यताधारी को प्राथमिकता दी जाएगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 21 Feb 2021 02:10 PM (IST) Updated:Sun, 21 Feb 2021 02:16 PM (IST)
झारखंड के 62 लाख बच्‍चे नहीं माने जाएंगे ड्राॅप आउट, सरकार ने लिया है यह बड़ा फैसला
Sarkari School Jharkhand सेतु गाइड के रूप में स्थानीय युवा चयनित होंगे।

रांची, राज्य ब्यूरो। राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले तथा ऑनलाइन शिक्षा से वंचित लगभग 62 लाख बच्चों को राज्य सरकार ड्राप आउट या आउट ऑफ स्कूल मान रही है। इन बच्चों की छूटी हुई पढ़ाई की भरपाई के लिए सेतु गाइड विशेष शिक्षण अभियान चलेगा। सेतु गाइड के रूप में चयनित युवा उन्हें पढ़ाएंगे। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने शनिवार को इससे संबंधित दिशानिर्देश जारी कर दिया। इस अभियान का क्रियान्वयन एक मार्च से होगा।

अभियान के तहत सबसे पहले प्रत्येक स्कूलों के शिक्षक अपने क्षेत्र के छह से 14 आयु वर्ग के वैसे बच्चों की पहचान करेंगे जो राज्य सरकार द्वारा संचालित डिजी साथ ऑनलाइन क्लास, मोहल्ला क्लास या अन्य गतिविधियों से नहीं जुड़े हैं या फिर निजी स्कूलों में नामांकित होकर ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं, उनके लिए यह सेतु शिक्षण कार्यक्रम चलेगा। जारी दिशानिर्देश के अनुसार इस बाबत किसी गांव में सेतु गाइड केंद्र का निर्माण किया जाएगा। इन केंद्रों में बच्चों को संबंधित विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा चयनित दो सेतु गाइड जो मुख्यत: रिसोर्स शिक्षक होंगे, बच्चों को पढ़ाएंगे।

प्रत्येक स्कूल सेतु गाइड के रूप में वैसे युवा का चयन करेंगे जो कम से कम इंटरमीडिएट होंगे। शिक्षण कार्य में प्रशिक्षित उच्चतर शैक्षणिक योग्यताधारी को प्राथमिकता दी जाएगी। ये रिटायर शिक्षक भी हो सकते हैं। सेतु गाइड का चयन 28 फरवरी तक करने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि सरकारी स्कूलों में 74,63,906 बच्चे नामांकित हैं जिनमें 12,38,736 ही डिजी साथ कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन शिक्षा से जुड़े हैं। वहीं, 2019-20 में 60,444 बच्चे भी ड्राप आउट के रूप में चिह्नित किए गए थे।

सेतु क्लास की खास बातें

-एक विशेष प्रशिक्षण सेतु गाइड केंद्र में न्यूनतम पांच तथा अधिकतम 10 बच्चे टैग होंगे।

-सेतु गाइड को प्रति बच्चा 500 रुपये प्रतिमाह देय होगा। केंद्र में 10 बच्चे होने पर उन्हें चार हजार रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि के रूप में देय होगा। इसके अतिरिक्त 500 रुपये टीचिंग लर्निंग मैटेरियल के रूप में एक बार देय होंगे।

-सेतु गाइड प्रत्येक दिन सुबह आठ बजे से 11 बजे तथा संध्या तीन बजे से चार बजे पढ़ाएंगे। स्कूल खुलने की स्थिति में सुबह सात से नौ बजे या शाम चार बजे से छह बजे तक पढ़ाएंगे। रविवार को केंद्र संचालित नहीं होगा।

-केंद्रों के संचालन में कोविड-19 से बचाव के नियमों का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा।

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