सहियाओं ने राजभवन के समक्ष दिखायी अपनी एकता
राज्य से करीब दो हजार सहिया सहिया साथी बीटीटी और एसटीटी कर्मचारी संघ ने राजभवन के समक्ष धरना दिया।
जासं,रांची : राज्य से करीब दो हजार सहिया, सहिया साथी, बीटीटी और एसटीटी कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को राजभवन के समक्ष धरना दिया। इन सभी ने प्रोत्साहन राशि को तीन गुणा करने सहित 13 विभिन्न मांगों को लेकर राजभवन के पास धरना दिया। सहियाओं ने कहा कि कोरोना के दौरान सरकार के हर आदेश का पालन सहियाओं के द्वारा जान जोखिम में डालकर किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन राशि जो 2007 में दिया जाता था, 14 साल बाद भी वही मिल रहा है। इसके अलावा सहिया, सहिया साथी और बीटीटी को राज्य कर्मचारी घोषित करने की मांग की है।
सहियाओं ने कहा कि उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है, लगातार सरकार के समक्ष मांग रखी गई, लेकिन आज भी उन्हें जो प्रोत्साहन राशि दी जाती है वो काफी कम है। इतना ही नहीं उन्हें जो राशि मिलती है वो भी समय पर नहीं मिल पाती, जिस कारण घर चलाना तक मुश्किल हो जाता है। इन सभी ने कहा कि अब इतने कम राशि से काम नहीं चलेगा।
राजभवन के समक्ष हो रहे प्रदर्शन में सभी सहिया एक ही रंग की साड़ी में पहुंची थी। सभी सफेद में हरे रंग की पाड़ वाली साड़ी में थी। सभी कतारबद्ध तरीके से बैठकर धरना-प्रदर्शन कर रही थीं, इस दौरान पुलिस-प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम थे। राजभवन जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया था। जिस कारण एक जगह पर सड़क में ही सहियाओं ने धरना दिया। प्रशासन की ओर से बताया गया कि इस दौरान किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई, सभी कुछ शांतिपूर्ण तरीके से हुआ। इधर सड़क पर लगता रहा जाम :
दिन के करीब 12 बजे से ही कचहरी के पास जाम लगने का सिलसिला शुरू हो गया था। सहियाओं की लंबी कतार राजभवन की ओर बढ़ रही थी। जिस कारण गाड़ियों की लंबी कतार लगनी शुरू हो गई। सहियाओं की मांगें :
सहिया साथी, बीटीटी और एसटीटी के बीस दिनों के कार्य दिवस को बढ़ाकर तीस दिन का किया जाए,
सहिया साथी, सहिया और बीटीटी ईपीएफ, ईएसआई एवं पेशन स्कीम के दायरे में लाने की मांग की गई है,
सहिया, सहिया साथी, बीटीटी एवं एसटीटी को दस लाख तक की बीमा प्रदान किया जाए, दस लाख तक की बीमा प्रदान किया जाए