Lockdown Extension: मंत्री बोले, 194 रुपये की मजदूरी से कैसे चलेगा मनरेगा
Lockdown Extension आलमगीर आलम ने कहा कि दूसरे राज्यों में मजदूरी की दर झारखंड से कहीं अधिक है ऐसे में यहां के मजदूरों को भी वाजिब हक मिलना चाहिए।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lockdown Extention केंद्र ने झारखंड में मनरेगा मजदूरी को बढ़ाकर 194 रुपये कर दिया है लेकिन इसको लेकर ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने एक बार फिर आपत्ति दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि दूसरे राज्यों में 272 रुपये तक मजदूरी दी जा रही है, लेकिन झारखंड में इससे कहीं कम राशि दी गई है।
सरकार की ओर से केंद्र को फिर लिखा जाएगा पत्र
मंत्री ने कहा कि वे सीएम से इस मुद्दे पर बात करेंगे और फिर केंद्र से पत्राचार भी किया जाएगा, ताकि झारखंड के लोगों को वाजिब हक मिले। ज्ञात हो कि झारखंड में सरकार बनने के बाद केंद्र को मनरेगा की मजदूरी बढ़ाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग की ओर से पत्राचार किया गया था। इसके बाद ही केंद्र से बढ़ोतरी संबंधी निर्णय लिया गया है।
दूसरे राज्यों के बराबर मजदूरी देने की मांग
मंत्री आलमगीर आलम ने मंगलवार को बताया कि राज्य में 300 रुपये से कम पर मजदूर आम लोगों को नहीं मिल रहे हैं, तो सरकार को कैसे मिलेंगे। ऊपर से भुगतान में देरी की समस्या से हम रूबरू हो ही रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से जारी न्यूनतम मजदूरी दर से अभी भी मनरेगा मजदूरी दर सौ रुपये कम है। इसपर केंद्र को सकारात्मक तरीके से विचार करना होगा। विपत्ति की इस घड़ी में लाखों की संख्या में लौटे बेरोजगार लोगों के लिए मनरेगा योजना बड़ी सहायता के रूप में उभरकर सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि एक बार फिर मुख्यमंत्री से विमर्श कर केंद्र को मजदूरी बढ़ाने के लिए पत्र लिखा जाएगा।