बजबजाती नालियां, कच्ची सड़कें, इलाके में क्रशर चलने से ज्यादा है प्रदूषण

रांची नगर निगम के सबसे अंतिम वार्ड 53 में जागरण आपके द्वार की टीम पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Aug 2021 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 30 Aug 2021 06:00 AM (IST)
बजबजाती नालियां, कच्ची सड़कें, इलाके में क्रशर चलने से ज्यादा है प्रदूषण
बजबजाती नालियां, कच्ची सड़कें, इलाके में क्रशर चलने से ज्यादा है प्रदूषण

जासं, तुपुदाना : रांची नगर निगम के सबसे अंतिम वार्ड 53 में जागरण आपके द्वार की टीम पहुंची। इस वार्ड में समस्याएं ही समस्याएं हैं। चोक नालियां, सड़कों पर कीचड़, बिजली के पोल लगे हैं पर तार नदारद। बिजली कब आएगी पता नहीं। पेयजल की भयंकर समस्या। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं। बरसात में तो वार्ड की हालत और खराब हो गई है।

रांची नगर निगम के वार्ड 53 का इलाका रांची खूंटी मुख्य पथ के किनारे है। मुख्य सड़क को देखने से लगता है कि यह बिल्कुल शहर जैसा है। लेकिन मोहल्लों में प्रवेश करने पर नारकीय स्थिति दिखती है। वार्ड 53 का क्षेत्र काफी बड़ा है। इसी इलाके में गणेश मोहल्ला, मानसरोवर कॉलोनी, बसारगढ़, चाणक्यपुरी, तुपुदाना बस्ती, नायक टोली, बड़ बखरी, छोट बखरी, वैष्णवी बिहार, ओम प्रकाश नगर, शांति नगर, रामनगर, मिलन चौक, सतरंजी, नेपाली कॉलोनी, देवी मंडप, बगीचा टोली, डाढ टोली, कुमबा टोली, बेरमाद ,जोजो सिरिग, बालसिरिग शामिल हैं।

स्वर्णरेखा नदी के ऊपर बने पुल के बाद से शुरू होता है वार्ड 53 का इलाका। पहले गणेश मोहल्ला पड़ता है। यहां मजदूरों एवं कुछ जमीन कारोबारियों ने सड़क किनारे जमीन का अतिक्रमण कर अपना बसेरा बना लिया है। कारोबारियों ने दुकानें और शोरूम आदि बनाकर भाड़े पर लगाया है। इलाके में पानी की टंकी तो लगी है। लेकिन बिजली की स्थिति खराब है। गणेश नगर मोहल्ला में नगर निगम के द्वारा अब तक सड़क का निर्माण नहीं किया गया है। कुछ आगे बढ़ने पर पॉश इलाका मानसरोवर कॉलोनी है। यहां वर्षों पहले सड़क बनी थी। अभी जर्जर अवस्था में है। सफाई प्रतिदिन नहीं होती।

देवी मंडप इलाके में सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है। 1000 से 1200 फीट बोरिग पर भी पानी नहीं मिलता। कई लोगों ने वहां से अपने मकान को छोड़कर दूसरी जगह घर बना लिया है। जिनके पास कोई चारा नहीं है वे लोग सुबह से ही पानी के इंतजाम में लगे रहते है। दूर-दूर से साइकिल ऑटो में पानी ढोकर लाते हैं ।

आगे बढ़ने पर तुपुदाना चौक है। राजधानी के एकदम नजदीक और रांची खूंटी मुख्य मार्ग पर व्यस्त रहने वाला चौक है। सड़क किनारे सफाई प्रतिदिन हो जाती है लेकिन मुख्य सड़क के बाद मोहल्लों में सफाई नहीं होती है। कचरा उठाने वाली नगर निगम की गाड़ी भी वहां तक नहीं पहुंचती । बगल में शांति नगर में पीसीसी सड़क है लेकिन पुरानी बस्ती पुराना नायक मोहल्ला में सड़कें नहीं हैं। इसी तरह नामकुम रोड में कच्ची सड़क से ही लोग आना जाना करते हैं। पांच वर्षों पहले रांची खूंटी सड़क के बिरसा चौक से तुपुदाना तक चौड़ीकरण हुआ था। चौड़ीकरण के बाद बिजली के पोल लगाए गए थे। स्ट्रीट लाइट भी लगाई गई थी। लेकिन शुरू से अब तक लाइट जली ही नहीं। अभी विधायक राजेश कच्छप के प्रतिनिधि सतीश पंडा एवं कांग्रेस के ग्रामीण जिला अध्यक्ष लाल मोहित नाथ शाहदेव के प्रयास से पोल के लाइट को बदला जा रहा है। क्रशर फैलाते हैं प्रदूषण : वार्ड 53 में बड़ी संख्या में क्रशर चलने के कारण यहां प्रदूषण अधिक है। वार्ड पार्षद के आवास के समीप ही बेरमाद पहाड़ पर क्रशर चलता है जिससे प्रदूषण फैलता है। बगल में ही स्कूल है। उसके बावजूद बेधड़क क्रशर चलते हैं। राज्य सरकार ने जब मामले का संज्ञान लिया तो 15 दिन पहले खनन विभाग के द्वारा अवैध रूप से चल रहे क्रशरों को सील किया गया है। सबसे बड़ी समस्या शौचालय की : तुपुदाना चौक में सिमडेगा चाईबासा खूंटी एवं ओडिसा जाने वाले छोटे बड़े सैकड़ों वाहनों का प्रतिदिन आवागमन होता है। लोग सफर करने के लिए तुपुदाना चौक से ही बसें एवं छोटी गाड़ियों के लिए पहुंचते हैं लेकिन चौक में ना तो यात्री शेड है और ना ही शौचालय। पोल गड़े हैं पर नहीं लगा है बिजली का तार

: नायक मोहल्ला में पोल तो लगे हैं लेकिन उस पर तार नहीं है। उरांव मोहल्ले में कई जगहों पर टेढ़ा हो गया है जो कभी भी गिर सकता है। मिलन चौक से राम मंदिर जाने वाली सड़क के किनारे 11000 वोल्ट का तार लोगों के घरों से होकर गुजर रहा है। यहां कभी भी दुर्घटना हो सकती है। पीने के पानी की है दिक्कत

: नगर निगम के द्वारा डीप बोरिग कर पानी की टंकी लगाई गई है लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। बगीचा टोली में पिछले 6 महीने से डीप बोरिग खराब है। पानी की टंकी को भी हटा दिया गया है। बगीचा टोली के लोगों का कहना है कि इस पानी की टंकी से हम लोगों को पानी की जरूरतें पूरी होती थी लेकिन डीप बोरिग खराब होने के बाद से अब तक नहीं बना है। नायक मोहल्ले एवं चपा टोली में कभी भी फैल सकती है महामारी : वार्ड 53 के नायक मोहल्ला में सफाई कर्मी नहीं आते। जहां-तहां कचरा फैला रहता है। इससे दुर्गंध फैली हुई है। साथ ही नालियां बजबजा रहीं हैं। गरीबों एवं दैनिक मजदूरी करने वाले लोगों की बस्ती में नगर निगम की अनदेखी से कभी भी महामारी फैल सकती है। यही स्थिति बगीचा टोली, बालसिरिग ,जोजो बिलिग, बेरमाद कुंबा टोली आदि की है। यहां भी नगर निगम के सफाईकर्मी सफाई करने नहीं पहुंचते। न ही कचरा उठाने वाली गाड़ी पहुंचती है। न ही नगर निगम के द्वारा प्रदत सुविधाओं का लाभ उन्हें मिलता है।

क्या कहते हैं स्थानीय लोग

बगीचा टोली के विनय कच्छप का कहना है कि पिछले 6 महीनों से डीप बोरिग खराब पड़ी है। इसके वजह से पानी की टंकी को भी हटा दिया गया है। पेयजल के लिए बगीचा टोली वासियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जुलियानी संगा का कहना है कि वार्ड नंबर 53 में पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। महिलाओं के लिए एवं नायक बस्ती में जल्द से जल्द शौचालय की व्यवस्था किया जाए। पार्षद महिलाओं के लिए शौचालय, वृद्ध महिलाओं के लिए वृद्धा पेंशन एवं विधवा पेंशन दिलवाने की व्यवस्था करें। सुम्मी देवी का कहना है कि वार्ड 53 में महिलाओं के रोजगार के लिए नगर निगम के माध्यम से स्वरोजगार की व्यवस्था की जाए ताकि गरीबों-जरूरतमंदों को राशन कार्ड मुहैया करवाया जाए।

नायक बस्ती तुपुदाना के राजा नायक का कहना है कि तुपुदाना के नायक बस्ती की स्थिति काफी दयनीय है। कूड़े कचरे के ढेर में यहां रहना पड़ता है निगम के पार्षद कभी ध्यान नहीं देते हैं नहीं यहां सफाई कर्मी आते हैं कभी भी महामारी फैल सकती है। ग्रामीण जिला अध्यक्ष कांग्रेस के लाल मोहित नाथ शाहदेव का कहना है कि तुपुदाना चौक में यात्री शेड एवं शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे यात्रियों को काफी कष्टों का सामना करना पड़ता है। व्यवसायियों के लिए न तो शौचालय की व्यवस्था है ना ही नगर निगम की ओर से डस्टबिन की व्यवस्था की गई है। निगम की ओर से इसकी व्यवस्था करानी चाहिए।

प्रदीप जायसवाल अध्यक्ष तुपुदाना व्यवसाय संघ क्या कहती हैं वार्ड पार्षद

हमारे वार्ड में 6 पीसीसी पथ का निर्माण किया गया है। नाली एक भी नहीं बना है। चार डीप बोरिग करवाई गई है। शौचालय नहीं बना है। निगम में आवेदन दिया हुआ है। पांच करोड रुपये के काम का आवेदन निगम में दिया गया है। पार्षद कार्यालय 2 वर्ष पूर्व बनकर तैयार है लेकिन निगम के द्वारा अभी हैंडओवर नहीं किया गया है जिससे कार्यालय घर में चलता है। सफाई कर्मी की कमी है। निगम के द्वारा डस्टबिन का आवंटन हमारे वार्ड में नहीं किया गया है इस संबंध में निगम में आवेदन दिया गया है। परिसीमन के बाद भी सफाई कर्मियों की संख्या में वृद्धि नहीं की गई है। वार्ड की मुख्य समस्या नाली और पानी की है। बिजली की भी काफी समस्या है कहीं पोल नहीं है तो कहीं तार झूल रहे हैं। इस संबंध में बिजली बोर्ड में

आवेदन दिया गया है।

निर्मला गाड़ी, वार्ड पार्षद 53

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