बच्चों को दूध व बुजुर्गों को दवा पहुंचा रहे संघ के स्वयंसेवक, प्रवासी मजदूरों को उपलब्‍ध करा रहे भोजन-पानी

RSS. आरएसएस के प्रांत प्रचारक रविशंकर ने कहा कि सेवा का यह काम जारी रहेगा। भोजन कराने का यह कार्य जिलों में मौजूद संघ कार्यालयों के माध्यम से पिछले दो महीने से निरंतर जारी है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 08:44 AM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 08:44 AM (IST)
बच्चों को दूध व बुजुर्गों को दवा पहुंचा रहे संघ के स्वयंसेवक, प्रवासी मजदूरों को उपलब्‍ध करा रहे भोजन-पानी
बच्चों को दूध व बुजुर्गों को दवा पहुंचा रहे संघ के स्वयंसेवक, प्रवासी मजदूरों को उपलब्‍ध करा रहे भोजन-पानी

रांची, [संजय कुमार]। महामारी के इस दौर में सबसे ज्यादा परेशानी बच्चों व बुजुर्गों को है। गरीब परिवार के बच्चों को जहां दूध नहीं मिल रहा है, वहीं, घरों में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की स्थिति भी खराब है। ऐसे परिवारों की मदद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एवं उससे संबद्ध अन्य संगठनों से जुड़े लोग कर रहे हैं। ऐसे चिह्नित परिवारों के बच्चों के लिए सुबह में दूध तो बुजुर्गों के लिए दवा सहित जरूरत के अन्य सामान पहुंचाने का काम स्वयंसेवक कर रहे हैं। यह काम रांची, जमशेदपुर, देवघर, पटना सहित कई अन्य जिलों में चल रहा है।

उसी तरह प्रवासी मजदूरों के लिए ट्रेनों से लेकर बसों तक में नाश्ता, भोजन व पानी की व्यवस्था स्वयंसेवक कर रहे हैं। झारखंड आरएसएस के प्रांत प्रचारक रविशंकर ने कहा कि जरूरत के अनुसार सेवा का यह काम अभी जारी रहेगा। सेवा के इस काम में अभाविप, विकास भारती, सेवा भारती, वनवासी कल्याण केंद्र, एकल, हिंदू जागरण मंच, विहिप सहित समाज के अलग-अलग संगठनों के लोग सहयोग कर रहे हैं। 

सात लाख को कराया भोजन, दो लाख को दिया राशन

संघ परिवार ने अब तक पूरे झारखंड में सात लाख से अधिक लोगों को भोजन कराने व दो लाख परिवारों तक राशन पहुंचाने का काम किया है। भोजन कराने का यह कार्य जिलों में मौजूद संघ कार्यालयों के माध्यम से पिछले दो महीने से निरंतर जारी है। इस दौरान सेवा भारती द्वारा अबतक एक लाख 25 हजार और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा एक लाख 18 हजार लोगों को भोजन कराया गया।

सेवा भारती ने ऐसे लोगों का फोन नंबर सहित अन्य विवरणी भी संग्रहित किया है, ताकि जरूरत महसूस होने पर उनकी सहायता आगे भी की जा सके। राष्ट्रीय सेवा भारती के केंद्रीय पदाधिकारी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि भोजन ले जाने वाले लोगों में से कई लोग आज संस्था के कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं। उन्हें रोजगार से भी जोडऩे की योजना है। वहीं, अभाविप के प्रदेश संगठन मंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि संगठन के कार्यकर्ता भोजन वितरण के साथ-साथ दूध वितरण का काम करते रहेंगे।

आठ हजार से अधिक कार्यकर्ता लगे हैं सेवा कार्य में

आरएसएस के प्रांत प्रचारक रविशंकर ने कहा कि झारखंड में पांच हजार से अधिक स्थानों पर आठ हजार से अधिक कार्यकर्ता सेवा कार्य में लगे हैं। अब तक ढाई लाख मास्क व एक लाख से अधिक सैनिटाइजर बांटे जा चुके हैं। वर्तमान में इन गतिविधियों को जारी रखते हुए स्वयंसेवक लोगों को काढ़ा पिलाने व उनके बीच होम्योपैथी की दवा बांटने का भी काम कर रहे हैं। 

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