राममंदिर निधि समर्पण अभियान के दौरान 12 करोड़ 47 लाख परिवारों तक पहुंचे स्वयंसेवक- मनमोहन वैद्य

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुक्रवार को बेंगलुरु के चेन्नहल्ली में शुरू हो गई। सुबह 8.30 बजे बैठक का उदघाटन सर संघचालक डा. मोहन भागवत और सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने दीप प्रज्वलित कर किया।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Fri, 19 Mar 2021 12:01 PM (IST) Updated:Fri, 19 Mar 2021 04:57 PM (IST)
राममंदिर निधि समर्पण अभियान के दौरान 12 करोड़ 47 लाख परिवारों तक पहुंचे स्वयंसेवक- मनमोहन वैद्य
राममंदिर निधि समर्पण अभियान के दौरान 12 करोड़ 47 लाख परिवारों तक पहुंचे स्वयंसेवक। जागरण

रांची [संजय कुमार] । राष्ट्रीय  स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय प्रतिनिधि सभा की बैठक शुक्रवार को बेंगलुरु के चेन्नहल्ली में शुरू हो गई। सुबह 8.30 बजे बैठक का उदघाटन सर संघचालक डा. मोहन भागवत और सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने दीप प्रज्वलित कर किया। कोरोना के कारण इस बार बैठक में पूरे देश से 1500 की जगह 450 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। शेष प्रतिनिधि अपने प्रांत मुख्यालयों पर आनलाइन जुड़े है। बैठक प्रारंभ होने के बाद संघ के सह सरकार्यवाह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोरोना के कारण हुए लाकडाउन के समय एवं राममंदिर निधि समर्पण अभियान के समय जनता का जो उत्साह देखने को मिला, उसके लिए इस बैठक में उनके अभिनंदन से संबंधित प्रस्ताव पास किए जाएंगे।

राम मंदिर निधि समर्पण अभियान के समय देश के 5 लाख 45 हजार 737 स्थानों पर जाकर 12 करोड़ 47 लाख 21 हजार परिवारों से कार्यकर्ताओं ने संपर्क किया। इस अभियान में लगभग 20 लाख कार्यकर्ता लगे। जहां तक लाकडाउन के समय स्वयंसेवकों द्वारा अभियान चलाने की बात है तो  सेवा भारती के माध्यम से 92 हजार 656 स्थानों पर राहत कार्य चलाए गए। 4.50 करोड़ लोगों के बीच भोजन पैकेट बांटे गए। 73 लाख लोगों को राशन का किट दिया गया। 20लाख प्रवासी श्रमिकों की सहायता की गई और 5 लाख 7 हजार कार्यकर्ता लगे थे।

संघ की बैठक में राजनीतिक निर्णय नहीं लिए जाते हैं

मनमोहन वैद्य ने एक सवाल के जवाब में कहा कि स़ंघ की बैठक में राजनीतिक निर्णय नहीं लिए जाते हैं। विधानसभा चुनाव को लेकर इस बैठक में कोई चर्चा नहीं होगी। जहां तक चुनाव में स्वयंसेवकों के लगने की बात है तो देश के एक आम नागरिक के नाते चुनाव में सभी सहयोग करते हैं।

89 फीसद शाखाएं हो गई शुरू

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण पिछले वर्ष मार्च से लेकर जून तक सभी शाखाएं बंद थी। जुलाई से शाखाएं लगनी शुरू हुई। अभी तक 89.फीसद शाखाएं शुरू हो चुकी हैं। कहा कि अभी 90 फीसद शाखाएं युवाओं की हैं। उनमे भी 60 फीसद स्वयंसेवक छात्र हैं। इस बैठक में अगले तीन वर्षों में सभी खंड व मंडलों तक पहुंच बनाने को लेकर चर्चा होगी।

संघ को जानने वाले लोगों की संख्या बढी है

मनमोहन वैद्य ने कहा कि लाकडाउन के समय स्वयंसेवकों ने जिस तरह संक्रमण से प्रभावित होने की चिंता किए बिना प्रभावित लोगों की सेवा की उससे, देश विदेश के लोग काफी प्रभावित हुए। इस दौरान स़ंघ को जानने वालों की संख्या बढी। कई सामाजिक संगठनों ने संघ के साथ मिलकर काम करने की इच्छा जताई है। अब सभी के साथ मिलकर समाज परिवर्तन के लिए अधिक गति से काम करेंगे। इस अवसर पर अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार और सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र ठाकुर व सुनील आंबेकर उपस्थित थे।

कल होगा सरकार्यवाह का चुनाव

आरएसएस में प्रत्येक तीन वर्ष पर सरकार्यवाह का चुनाव होता है। इससे पहले 2018 में चुनाव हुआ था। अब तक चुनावी वर्ष में बैठक नागपुर में होती रही है। इस बार कोरोना के कारण बैठक बेगलुरु में हो रही है। 20 मार्च को सरकार्यवाह का चुनाव होगा। उसके बाद सरकार्यवाह अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा करेंगे। इसी बैठक में सभी क्षेत्रों का भी चुनाव होगा।

इस बैठक म़े अखिल भारतीय कार्यकारिणी, सभी 12 क्षेत्र ओर 44 प्रांत के संघचालक, कार्यवाह ओर प्रचारक व उनके सहयोगी ओर विविध संगठनों के कुछ प्रतिनिधि भाग ले रहे  हैं। कुल संख्या 450है। शेष 1000लोग झारखंड सहित सभी प्रांत मुख्यालयों पर आनलाइन जुड़े हैं। उल्लेखनीय है कि स़ंघ ने कार्य की दृष्टि से भारत को 11 क्षेत्र और 43 प्रांत में बांटा है। एक प्रांत के रूप में नेपाल को शामिल किया गया है।

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