बच्चों और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से निपटने में माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण

झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के शिक्षा विभाग द्वारा कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय इमर्जिंग इशूज रिलेटेड टू मेंटल हेल्थ ऑफ स्टूडेंट्स ड्यूरिंग एंड पोस्ट कोविड-19 था।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Tue, 12 Oct 2021 01:09 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 01:09 PM (IST)
बच्चों और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं से निपटने में माता-पिता की भूमिका महत्वपूर्ण
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के शिक्षा विभाग द्वारा एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।

रांची, जासं। झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय रांची के शिक्षा विभाग द्वारा कुलपति प्रोफेसर क्षिति भूषण दास की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। इस वेबिनार का विषय "इमर्जिंग इशूज रिलेटेड टू मेंटल हेल्थ ऑफ स्टूडेंट्स ड्यूरिंग एंड पोस्ट कोविड-19" था। इस कार्यक्रम की शुरुआत डीन, स्कूल ऑफ एजुकेशन डॉ विमल किशोर के अध्यक्षीय भाषण से हुई। तत्पश्चात विभागाध्यक्ष डा शशि सिंह ने मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न चुनौतियों पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर मुख्य वक्ता सिक्किम विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग के प्रमुख डा सत्यानंद पांडा ने बच्चों और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से निपटने में माता-पिता, शिक्षकों एवं परामर्शदाताओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

उन्होंने बच्चों और छात्रों में कोविड-19 अवधि के दौरान और उसके बाद तनाव, अवसाद, कुंठा निराशा आदि से लड़ने में समाज की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। दूसरी ओर पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग के डॉ सेसादेबा पाणि ने भी विद्यार्थियों की समस्याओं का पता लगाने और उसकी रोकथाम की तकनीकों पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण अंतः क्रियात्मक सत्र था, जिसमें सभी शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने समायोजन से संबंधित प्रश्न किए। कार्यक्रम का संचालन ज्योतिवालिया, सहायक प्रोफेसर, शिक्षा विभाग द्वारा तथा तकनीकी सहायता डा मनोहर कुमार दास, सहायक प्रोफेसर, शिक्षा विभाग द्वारा प्रदान की गई। इस अवसर पर विभाग के सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सदस्य मौजूद रहे|

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