रिम्स ने हाई कोर्ट में कहा था 27 नवंबर तक नहीं रहेगी मैनपावर की कमी, नर्सो की कमी अब भी जस की तस

-स्थायी होने नियुक्ति की आस लगाए बैठी 150 से अधिक अनुबंध नर्सें - एक बार 222 फिर 302 पद का

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 07:10 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 07:10 AM (IST)
रिम्स ने हाई कोर्ट में कहा था 27 नवंबर तक नहीं रहेगी मैनपावर की कमी, नर्सो की कमी अब भी जस की तस
रिम्स ने हाई कोर्ट में कहा था 27 नवंबर तक नहीं रहेगी मैनपावर की कमी, नर्सो की कमी अब भी जस की तस

-स्थायी होने नियुक्ति की आस लगाए बैठी 150 से अधिक अनुबंध नर्सें

- एक बार 222 फिर 302 पद का जारी किया था विज्ञापन, रद कर निकाली गई 362 रिक्तियां

-नए निदेशक के लिए बड़ी चुनौती, सोमवार को प्रबंधन व विभागाध्यक्षों के साथ की बैठक

अमन मिश्रा, रांची : रिम्स में नियुक्तियों का मामला लंबा खिंचता चला जा रहा है। कई बार विज्ञापन निकाल आवेदन भी मांगे गए। प्रक्रिया शुरू भी हुई लेकिन बाद में विज्ञापन रद कर दिया गया। कई बार रोस्टर को लेकर मामला लटका। अंत में नतीजा कुछ नही निकला। नर्सों की बहाली के मामले में भी कुछ ऐसा ही है। चार बार स्थायी पद के लिए विज्ञापन जारी करने के बाद रद किया जा चुका है। पूर्व निदेशक डा. डीके सिंह के कार्यकाल में भी तीन बार संशोधित कर विज्ञापन निकाले गए। अब नये निदेशक के सामने यही चुनौती है। रिम्स में वर्तमान में करीब 300 स्थायी नर्सें हैं। इनमें अधिकतर एक-दो साल के भीतर सेवानिवृत्त होने वाली हैं। रिम्स में करीब 150 नर्से आउटसोर्स व अनुबंध पर हैं जो 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय पर सेवा कर रही हैं।

हाई कोर्ट में मैनपावर की कमी को लेकर बीते अक्टूबर माह में सुनवाई के दौरान तत्कालीन प्रभारी निदेशक डा. मंजू गाड़ी ने अगली सुनवाई की तारीख 27 नवंबर तक सभी पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर लेने की बात कही थी। अब भी प्रक्रिया शुरू भी नहीं की जा सकी है। हाल ही में निदेशक का पद संभालने वाले डा. कामेश्वर प्रसाद ने हाई कोर्ट में आगामी सुनवाई को लेकर सोमवार को प्रबंधन व विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की। साथ ही उक्त समस्या का निदान जल्द करने की बात कही है। दो साल में चार बार जारी किया जा चुका है विज्ञापन

रिम्स में पिछले दो साल में स्थायी नर्सों की नियुक्ति के लिए चार बार विज्ञापन निकाला जा चुका है। हर बार विज्ञापन में ही अनियमितता बताते हुए रद किया जाता रहा। एक बार 222 पद, फिर 302 पद के लिए विज्ञापन जारी करने के बाद रद कर दिया गया। एक बार फिर 362 पद के लिए विज्ञापन निकाला गया था। अंतिम बार विज्ञापन में एसटी पद के लिए एक भी पद नही होने पर टाइबल मेडिकल एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री व मंत्री से शिकायत कर दी थी। जिसके बाद इसे भी रद कर दिया गया। इस बार शासी परिषद की बैठक में 372 पद पर बहाली के लिए विज्ञापन निकालने पर सहमति बनी है।

chat bot
आपका साथी