आईसीएसआर के लैब में शोध कर सकेंगे रांची विवि के विद्यार्थी

रांची विश्वविद्यालय में भूगर्भ शास्त्र विषय में अध्ययन या अध्यापन कर रहे छात्र शिक्षक और शोधकर्ता को अब विश्वस्तरीय लैब का इस्तेमाल कर सकेंगे। मंगलवार को रांची यूनिवर्सिटी और आईसीएसआर के बीच एमओयू हुआ। धनबाद स्थित सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के विश्वस्तरीय लैब का उपयोग कर सकेंगे।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 08:24 AM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 08:24 AM (IST)
आईसीएसआर के लैब में शोध कर सकेंगे रांची विवि के विद्यार्थी
आईसीएसआर के लैब में शोध कर सकेंगे रांची विवि के विद्यार्थी। जागरण

रांची, जासं । रांची विश्वविद्यालय में भूगर्भ शास्त्र विषय में अध्ययन या अध्यापन कर रहे छात्र, शिक्षक और शोधकर्ता को अब विश्वस्तरीय लैब का इस्तेमाल कर सकेंगे। मंगलवार को रांची यूनिवर्सिटी और आईसीएसआर के बीच एमओयू हुआ। धनबाद स्थित सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के विश्वस्तरीय लैब का उपयोग कर सकेंगे।

आरयू की ओर से समझौते ड्राफ्ट पर रजिस्ट्रार डॉ. मुकुंद मेहता और आईसीएसआर की ओर से चीफ साइंस्टिस्ट आरवीके सिंह ने हस्ताक्षर किए। मौके पर आरयू के वीसी डॉ. रमेश कुमार पांडेय और पीजी जियोलॉजी के एअचोडी डॉ. विजय सिंह शामिल थे।भूगर्भ शास्त्र  के विद्यार्थियों के लिए विश्वविद्यालय में इस तरह का लैब नहीं है। एमओयू के होने से स्टूडेंट्स-टीचर का आईसीएसआर लैब में रिसर्च करने का रास्ता साफ हो गया है।

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