Ranchi University: 'आओ कुछ नया सीखें' अभियान: बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें कर रहे हैं शिक्षित

Ranchi University रांची विश्वविद्यालय(Ranchi University) की राष्ट्रीय सेवा योजना(National service Scheme) एवं यूनीसेफ झारखंड(UNICEF Jharkhand) के द्वारा रांची के विभिन्न स्लम एरिया(Slum Area) में आओ कुछ नया सीखें अभियान(Aao Kuchh Naya Sikhain Campaign) चलाया जा रहा है। बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें शिक्षित कर रहे हैं।

By Sanjay KumarEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 03:03 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 03:04 PM (IST)
Ranchi University: 'आओ कुछ नया सीखें' अभियान: बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें कर रहे हैं शिक्षित
Ranchi University: 'आओ कुछ नया सीखें' अभियान: बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें कर रहे हैं शिक्षित

रांची (जासं)। Ranchi University: रांची विश्वविद्यालय(Ranchi University) की राष्ट्रीय सेवा योजना(National service Scheme) एवं यूनीसेफ झारखंड(UNICEF Jharkhand) के द्वारा रांची के विभिन्न स्लम एरिया(Slum Area) में आओ कुछ नया सीखें अभियान(Aao Kuchh Naya Sikhain Campaign) चलाया जा रहा है। इस अभियान के अंतर्गत स्लम एरिया में छोटे बच्चों को पढ़ाई के साथ ही साथ उनके व्यक्तित्व विकास के लिए कई प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसमें हाथ धुलाई की विधि, स्वच्छता, फिटनेस के लिए योग व्यायाम, पेंटिंग, शिक्षाप्रद खेल, अनुशासन, समय पालन का महत्व, वक्तृत्व कला का अभ्यास, राज्य एवं देश की महत्वपूर्ण घटनाएं, कोरोना के गाइडलाइंस का पालन सहित कई गतिविधि शामिल हैं।

बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें कर रहे हैं शिक्षित:

एनएसएस आरयू(NSS RU) के कार्यक्रम समन्वयक डा ब्रजेश कुमार ने बताया कि रांची विवि के 40 एनएसएस के स्वयंसेवक चार दलों में बंटकर तीन स्लमों एरिया हातमा, सरना टोली एवं एडलहातु के कुल 120 छात्र छात्राओं को प्रत्येक रविवार को चार-चार घंटे समय देकर पढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक दल में 10-10 स्वयंसेवकों को शामिल कर इन स्लम बस्तियों में बच्चों को नई जानकारियां देने का कार्य करते हुए अपना भी सामाजिक भाव विकसित कर रहे हैं। उन बच्चों के बड़े भैया एवं दीदी बनकर उन्हें शिक्षित कर रहे हैं।

एनएसएस(NSS) के चार दलों का नेतृत्व चार दलनायक दिवाकर आनंद, फलक फातिमा, गगन कुमार महतो एवं श्रुती कुमारी कर रहे हैं। उन बच्चों के लिए पेंसिल, कॉपी, कलम, किताबें, कुछ खेल सामग्री जैसे रस्सी, गेंद, लूडो आदि भी व्यवस्था कर रहे हैं। इनके नेतृत्व में किए जा रहे कार्यों की सराहना उन छोटे बच्चों के माता पिता एवं जन प्रतिनिधियों से मिल रही है।

अभिनव प्रयोग को देखते हुए कुछ स्थाई कार्यक्रम होंगे :

यूनीसेफ(UNICEF) की संचार पदाधिकारी आस्था अलंग एवं कंसल्टेंट डा प्रियंका सिंह ने बताया कि एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा किए जा रहे अभिनव प्रयोग को देखते हुए कुछ स्थायी कार्यक्रम इन स्लम बस्तियों के साथ कुछ और गांवों में कुछ नया सीखें अभियान के अंतर्गत कई रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए रांची विवि के कुलपति डा कामिनी कुमार से अनुमति ली जाएगी। उन्होंने बताया कि एनएसएस एवं यूनीसेफ के द्वारा आने वाले दिनों में झारखंड के प्रत्येक जिलों में इस अभियान को चलाया जाएगा।

इस अभियान में शामिल प्रमुख स्वयंसेवकों में अन्नू कुमारी, रोजी शर्मा, प्रिंस तिवारी, आकाश दुबे, सुजीत कुमार, रूपम मिश्रा, सुषमा खलखो, धिरंजन साहू, नीरज कुमार, आभास कुमार, भुवनेश्वरी कुमारी, दीपा कुमारी, नेहा कुमारी, शुभम गुप्ता, सुषमा कच्छप, अंजली मिश्रा, सुरुचि कुमारी, अंजली सिंह, संदीप राणा, श्रदांजलि चंद आदि शामिल हैं।

chat bot
आपका साथी