स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से मर्ज होते ही ITMS के जरिए काम करेगा रांची का ट्रैफिक सिग्नल, नहीं फसेंगे वाहन

रांची पुलिस की कंट्रोल रूम और स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को मर्ज करने की तैयारी चल रही है। इसके मर्ज करने के साथ ही ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम भी हाइटेक व्यवस्था में काम करेगी। पूरे शहर में इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के जरिए ट्रैफिक सिस्टम रेगुलेट होगा।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 10:39 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 10:39 AM (IST)
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से मर्ज होते ही ITMS के जरिए काम करेगा रांची का ट्रैफिक सिग्नल, नहीं फसेंगे वाहन
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से मर्ज होते ही ITMS के जरिए काम करेगा रांची का ट्रैफिक सिग्नल। जागरण

रांची, जासं। रांची पुलिस की कंट्रोल रूम और स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को मर्ज करने की तैयारी चल रही है। इसके मर्ज करने के साथ ही ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम भी हाइटेक व्यवस्था में काम करेगी। पूरे शहर में इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) के जरिए ट्रैफिक सिस्टम रेगुलेट होगा। इससे किसी भी सिग्नल पर वाहन नहीं फसेंगे। जिन चौक-चौराहों पर जैसा ट्रैफिक लोड होगा उसी के अनुसार, टाइमर सेट किया जाएगा। शुरुआत राजधानी के तीन चौराहों कचहरी चौक, बिरसा चौक और अरगोड़ा चौक से की जाएगी।

इन तीन में से कचहरी चौक सर्वाधिक लोड वाला चौराहा है। योजना है कि प्रोग्राम इंटरफेस के जरिए पहले इन चौराहों पर ट्रैफिक लोड का आकलन किया जाए और फिर उसी के अनुसार, टाइमर सेट किया जाए। इन तीन स्थानों पर शुरुआत के बाद राजधानी के अन्य चौराहों पर भी इसी के अनुसार, टाइमर सेट होगा। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, सीधे जाने के लिए इन तीनों प्रमुख स्थानों पर 60 से लेकर 180 सेकेंड तक की टाइमिंग सेट की जाएगी। अन्य जगहों पर प्रोग्राम इंटरफेस के जरिए ही दर्ज किए गए वाहनों की आवागमन रिपोर्ट के आधार पर टाइमर सेट होंगे। इस व्यवस्था के लागू होने पर एक रेड सिग्नल के बाद आने वाले हर सिग्नल ग्रीन मिलेंगे। जल्द इसे लागू करने की योजना है। इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। इसके अलावा ट्रैफिक नियमों का अनुपालन कराने व सुरक्षित यातायात के लिए एएनपीआर कैमरे से चालान कटने की व्यवस्था और बेहतर बनाने की भी कवायद चल रही है।

ऐप से देख सकेंगे जाम की स्थिति

जाम की स्थिति पर नजर रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस ऐप भी तैयार कर रही है। इसके जरिए पुलिस के अधिकारी और आम लोग जाम की स्थिति देख सकेंगे। इसे गूगल के जरिए जीआइएस से जोड़ा जा रहा है। जो ट्रैफिक पुलिस की वेबसाइट से जुड़ा होगा। इसके तहत जाम की स्थिति का पूरा ब्यौरा कंट्रोल रूम में बैठे पदाधिकारी के पास होगी। एप से पता चल जाएगा कि किस चौक पर कितनी भीड़ है।

ट्रैफिक सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए ये बनी है योजना

-नौ कॉरीडोर हो रहा तैयार। पहले चरण में हिनू चौक से बिरसा चौक व बिरसा चौक से प्रेमसंस चौक तक कॉरीडोर-1 व कॉरीडोर-2 बनेगा।

-इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत चार स्मार्ट रोड पर सुगम होगी यातायात व्यवस्था।

-81 जगहों पर नए ट्रैफिक सिग्नल लगाने की है योजना।

-50 जगहों पर लगाए जाएंगे इमरजेंसी कॉल बॉक्स।

-चार स्मार्ट रोड पर कुल 26 जगहों पर जंक्शन प्वाइंट को किया जाएगा विकसित।

-चिन्ह्ति जगहों पर लगाए जा रहे हैं सेंसरयुक्त ट्रैफिक सिग्नल, एएनपीआर कैमरा, आरएलवीडी कैमरा, सर्विलांस कैमरा, वेरिएबल मैसेज सिस्टम, इन्वायरन्मेंट मैनेजमेंट सिस्टम व इमरजेंसी कॉलिंग बॉक्स।

-एचईसी स्थित स्मार्ट सिटी परिसर में कमांड, कंट्रोल एंड कम्युनिकेशन सेंटर का हो रहा निर्माण।

-एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम से नियंत्रित होगा ट्रैफिक।

-मेन रोड में स्मार्ट पार्किंग की होगी सुविधा

-मोबाइल एप के माध्यम से पार्किंग स्थल व पार्किंग स्पेस की मिलेगी जानकारी।

एक जनवरी 2019 से कैमरे से कट रहे चालान

बीते एक जनवरी से शहर में आरएलवीडी (रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन) व एएनपीआर (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकोगनिशन) कैमरे से चालान काटे जा रहे हैं। इस सिस्टम के तहत रेड लाइट सिग्नल तोड़ने वालों के ऑटोमेटिक चालान कट रहे हैं। इसकी शुरुआत के बाद सिग्नल तोड़ने के मामले अब कम हो रहे हैं।

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