रांची के बाल सुधार गृह में एसडीओ व सिटी एसपी ने मारा छापा, चाकू-खैनी समेत कई आपत्तिजनक सामान बरामद
Jharkhand Crime News Juvenile Justice Home Ranchi पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि बाल बंदियों के पास ये सारा सामान कैसे पहुंचा और किसने इसमें मदद की। शक की सुई गृहपति से लेकर सुरक्षा करने वाले जवानों के इर्द-गिर्द घूम रही है।
रांची, जासं। रांची सदर एसडीओ और सिटी एसपी ने आज डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में छापा मारा। इस दौरान वहां से पुलिस टीम ने कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए। लगातार सूचना मिल रही थी कि बाल सुधार गृह डुमरदगा में धड़ल्ले से अवैध कारोबार किया जा रहा है। आज सदर एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता और सिटी एसपी सौरभ कुमार ने दोपहर को डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में छापा मारा। एसडीओ उत्कर्ष गुप्ता की अगुवाई में चली छापेमारी में बाल सुधार गृह से पांच मोबाइल, तीन चार्जर, सिगरेट, खैनी, बीड़ी, पेचकस आदि मिले हैं।
सवाल बाल सुधार गृह की सुरक्षा पर खड़ा हुआ है। एसडीएम ने कहा है कि पूरे मामले की जांच जारी है। जांच में जो भी दोषी मिलेंगे, उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बाल सुधार गृह में अवैध तरीके से आपत्तिजनक वस्तुएं पहुंच रही हैं। इसी सूचना पर पुलिस प्रशासन की टीम ने शनिवार को दिन के करीब साढ़े बारह बजे छापा मारा और करीब दो घंटे तक सभी अंत:वासियों (बाल बंदियों) के कक्ष को खंगाला। पूरे मामले की जांच की जवाबदेही सदर थाने की पुलिस को मिली है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि बाल बंदियों तक यह सामान कैसे पहुंचे। शक की सूई बाल सुधार गृह प्रशासन व सुरक्षा करने वाले जवानों पर भी है।
छापेमारी टीम को देखते ही आपत्तिजनक वस्तुओं को खिड़की से फेंकने लगे बाल बंदी
बाल सुधार गृह में शनिवार की दोपहर साढ़े बारह बजे जैसे ही पुलिस-प्रशासन की टीम पहुंची, सभी बाल बंदी अलर्ट हो गए। उनके पास जो भी आपत्तिनजक वस्तुएं थी, उसे खिड़की से बाहर फेंक दिया। छापेमारी टीम को सभी आपत्तिनक वस्तुएं बाल सुधार गृह परिसर से ही मिली है।
10 मई को भी आपत्तिजनक वस्तुओं की हुई थी बरामदगी
डुमरदगा स्थित बाल सुधार गृह में 10 मई की शाम बाल सुधार गृह के बगल में ही पान की दुकान (सुगरी पान दुकान) चलाने वाला व्यक्ति चारदीवारी के ऊपर से आपत्तिजनक सामान फेंक ही रहा था कि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उसे देख लिया था। सुरक्षाकर्मियों को देखकर दुकानदार तो भाग निकला, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने मौके से दो पैकेट गांजा, 40 पैकेट खैनी, 40 पैकेट बीड़ी, 58 पीस गुटखा, 86 पीस सुपारी, दो पैकेट सरसों का तेल, 32 पाउच सैंपू, 12 पैकेट बिस्किट व 20 पीस मिक्सचर बरामद किया था। सदर थाने की पुलिस उक्त मामले की भी जांच कर रही है।
पुलिस अब यह जानने का प्रयास कर रही है कि बाल बंदियों के पास ये सारा सामान कैसे पहुंचा और किसने इसमें मदद की। शक की सुई गृहपति से लेकर सुरक्षा करने वाले जवानों के इर्द-गिर्द घूम रही है। एसडीओ और सिटी एसपी काफी संख्या में जवानों के साथ बाल सुधार गृह पहुंचे और टीम बनाकर छापेमारी शुरू की। टीम आने की भनक मिलने पर वार्ड में बंद बाल बंदियों ने खिड़की से सारा प्रतिबंधित सामान बाहर फेंकने का प्रयास किया।
टीम ने परिसर से सारा सामान बरामद किया। दरअसल जिला प्रशासन व पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि बंदियों द्वारा मोबाइल का उपयोग किया जा रहा है। इसके बाद ही टीम बनाकर छापा मारा गया। एसडीओ ने बताया कि ये सारा सामान अंदर कैसे पहुंचा, इसकी जांच की जाएगी। अगर इसमें सुरक्षा का दायित्व निभाने वालों की भूमिका सामने आती है तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।