Rajya Sabha Election: हार्स ट्रेडिंग केस में 10 दिनों में चार्जशीट दाखिल करेगी पुलिस, बढ़ेंगी उनकी मुश्किलें

Rajya Sabha Election राज्यसभा चुनाव - 2016 में हार्स ट्रेडिंग मामले की जांच कर रही रांची जिले की पुलिस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि दस दिनों के भीतर पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 08:27 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 05:03 AM (IST)
Rajya Sabha Election: हार्स ट्रेडिंग केस में 10 दिनों में चार्जशीट दाखिल करेगी पुलिस, बढ़ेंगी उनकी मुश्किलें
Rajya Sabha Election पूछताछ में तत्कालीन विधायक निर्मला देवी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Rajya Sabha Election राज्यसभा चुनाव - 2016 में हार्स ट्रेडिंग मामले की जांच कर रही रांची जिले की पुलिस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि दस दिनों के भीतर पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। इस पूरे प्रकरण में आइजी अखिलेश कुमार झा के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने इस प्रकरण से जुड़े संबंधित सभी लोगों का बयान ले लिया है।

हालांकि, रास चुनाव - 2016 में एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिए दबाव बनाने से संबंधित आडियो की फॉरेंसिक लैब रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली है। इसके बगैर भी चार्जशीट दाखिल की जा सकती है, अधिकारियों का ऐसा कहना है। अलबत्ता, इस हाई प्रोफाइल मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।

बताते चलें कि सीआइडी के एडीजी अनिल पाल्टा ने इस मामले की जांच के लिए गठित एसआइटी को 40 बिंदुओं पर जांच पूरी कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। बताया जा रहा है कि सभी बिंदुओं पर जांच पूरी कर ली गई है। जांच में क्या निकला, इसकी  जानकारी चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद ही मिल पाएगी। 

तत्कालीन विधायक निर्मला देवी ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर लगाया था गंभीर आरोप

रांची पुलिस की पूछताछ में तत्कालीन विधायक निर्मला देवी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर गंभीर आरोप लगा चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 10 जून 2016 को तत्कालीन मुख्यमंत्री ने उनके आवास पर आकर रास चुनाव में वोट नहीं देने का दबाव बनाया था। इस कार्य के लिए उन्होंने पांच करोड़ रुपये दिए जाने का प्रलोभन दिया था और यह भी कहा था कि भाजपा में शामिल हो जाओ। इनके पास बातचीत का आडियो भी है, जो चुनाव के वक्त ही वायरल भी हुआ था। उसकी एफएसएल से जांच कराई जा रही है।

chat bot
आपका साथी