रांची की नाबालिग को उठा ले गया हजारीबाग का युवक, मोबाइल ने खोला राज...
Ranchi News रांची से गायब नाबालिग लड़की की बरामदगी हजारीबाग से हुई है। नाबालिग के साथ पुलिस ने अमित साव नामक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों को लेकर हजारीबाग से रांची आ चुकी है। आरोपित युवक चतरा जिला का रहने वाला है।
रांची, जासं। Ranchi News राजधानी रांची के सदर थाना इलाके से दो अलग-अलग मामलों में दो नाबालिग लड़कियों का लापता थी। दोनों को पुलिस ने बरामद कर लिया है, जबकि एक मामले में अपहर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया। एक लड़की की बरामदगी हजारीबाग से हुई है। जिसमें नाबालिग के अपहरण के आरोप में पुलिस ने अमित साव नामक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों को लेकर हजारीबाग से रांची आ चुकी है। आरोपित युवक चतरा जिला का रहने वाला है।
वहीं दूसरे केस में लापता लड़की को पुलिस ने आरपीएफ के सहयोग से मालदा रामपुरहाट स्टेशन से बरामद किया है। लड़की अपने परिवार वालों से किसी बात पर नाराज घर से निकलने के बाद ट्रेन से वहां पहुंची थी। पुलिस लड़की तक उसके द्वारा बीच रास्ते में बात करने के लिये प्रयोग किये गये मोबाइल नंबर को ट्रैक करते हुए पुस्तक पहुंची। लड़की को लाने के लिये पुलिस की एक टीम को मालदा भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार दोनों लड़की सदर थाना क्षेत्र के अलग-अलग स्थान की रहने वाली है। दोनों कुछ दिन पूर्व अपने- अपने घर से निकलने के बाद लापता हो गये थे। दोनों के नाबालिग होने की वजह से उनके अपहरण का केस सदर थाना में दर्ज किया गया था।
भाजपा नेता वीनू को पकड़ने के लिए दो को हिरासत में लिया, निकले दूसरी गोलीबारी कांड के आरोपित रांची एयरपोर्ट इलाके में हुई धर्मदेव उर्फ गब्बर साहू हत्याकांड में जिस भाजपा नेता वीनू गोप की तलाश कर पाने में पुलिस फेल है। उसकी गिरफ्तारी के चक्कर में दो अन्य अपराधी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दोनों अपराधियों को पुलिस ने गब्बर साहू हत्याकांड में संलिप्तता मानकर हिरासत में लिया था। हालांकि पूछताछ में दोनों गंगा साहू पर हुई फायरिंग के आरोपित निकले। गंगा साहू पर 11 सितंबर 2020 को गोलीबारी हुई थी। इसी मामले में संलिप्तता मिलने के बाद दोनों गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें हिंदपीढ़ी नाला रोड निवासी अनीश खान उर्फ सूर्या पिता स्व. अब्दुल समद और पोखर टोली निवासी इमरान अंसारी उर्फ भोलू पिता शाहिद अंसारी शामिल हैं।
दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। दोनों गब्बर हत्याकांड के मुख्य आरोपित भाजपा नेता विनोद गोप के लिए काम करते हैं। दोनों वीनू गोप के इशारे पर फायरिंग करना और दबंगता पूर्वक जमीन पर कब्जा करने के लिए रखे गए हैं। इन्हें हर जमीन में प्रति डिसमिल एक हजार रुपया मिलता था। वीनू गोप के इशारे पर ही दोनों घटनाओं को अंजाम देते थे। गौरतलब है कि बीते 30 अप्रैल को हुंडरू गांव में गब्बर साहू की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के मामले में मुख्य आरोपित भाजपा नेता वीनू गोप है, उसे पकड़ पाने में पुलिस पूरी तरह नाकाम है।