एक्शन में रांची पुलिस: कुख्यात अपराधी राजू गोप के फरार मामले में दरोगा सस्पेंड, जमीनों की लूट पर कार्रवाई के निर्देश
झारखंड में विधि-व्यवस्था को लेकर पैदा हुए मौजूदा हालात पर हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी का असर कार्यपालिका पर होता दिखाई दे रहा है। रांची पुलिस एक्शन मोड़ में आ गई है। शनिवार को रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक ने दो अहम फैसलों के जरिए इसकी बानगी पेश कर दी।
रांची, जासंं। झारखंड में विधि-व्यवस्था को लेकर पैदा हुए मौजूदा हालात पर हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी का असर कार्यपालिका पर होता दिखाई दे रहा है। रांची पुलिस एक्शन मोड़ में आ गई है। शनिवार को रांची के वरीय पुलिस अधीक्षक ने दो अहम फैसलों के जरिए इसकी बानगी पेश कर दी। तुपुदाना ओपी क्षेत्र से गिरफ्तार कुख्यात अपराधी राजू गोप के हाजत से फरार होने के मामले में तुपुदाना ओपी में पदस्थापित दरोगा चंद्रनाथ उरांव को निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही जमीन की लूट से जुड़े मामलों के निष्पादन के संबंध में कार्यालय आदेश निर्गत कर दिया। इसमें अधिकारियों को जमीन विवाद से जुड़े मामलों में तत्काल निरोधात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
अधिकारियों को करनी होगी त्वरित कार्रवाई
एसएसपी की ओर से जिले के सभी थाना एवं ओपी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि जमीन से संबंधित मामले पर तत्काल धारा 107 और धारा 144 के तहत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। आदेश में कहा गया है कि रांची में जमीन से संबंधित मामलों में दोनों पक्ष आपस में भिड़ जा रहे हैं। इसमें मारपीट के साथ-साथ हत्या हो रही ह। इसलिए सभी थाना प्रभारी एवं ओपी प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र में जमीन से संबंधित मामले आने पर उस पर तुरंत निरोधात्मक कार्रवाई करें। इस बारे में संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।अगर किसी भी थाना क्षेत्र में जमीन को लेकर कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होती है तो संबंधित थाना प्रभारी एवं ओपी प्रभारी इसके जिम्मेदार होंगे
23 माह गुजर गए, जमीन कारोबारी ओमप्रकाश के हमलावारों का पता नहीं
पिठोरिया थाना क्षेत्र के चंदवें गांव निवासी 36 वर्षीय जमीन कारोबारी ओम प्रकाश साहू पर विगत वर्ष 29 अगस्त 2019 को दो बाइक सवार युवकों ने गोली चलाई थी। गोली मारे जाने के कारण यह गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। इनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था । इलाज के क्रम में चिकित्सकों ने गोली निकाल कर इनको जीवनदान दिया था। इस मामले में विभिन्न धाराओं में पुलिस ने मामला दर्ज किया। 23 माह गुजर जाने के बाद भी पुलिस ओम प्रकाश साहू के हमलावरों को अबतक खोजने में नाकाम रही। इस दौरान थाने के तीन थानेदार बदल गए।