रांची में अपराधी बेखौफ, बिल्डर से रंगदारी मांगने के 9 दिनों बाद दफ्तर में फायरिंग; दहशत Ranchi News

Ranchi Jharkhand Crime News अपराधियों ने पुलिस को चुनौती देकर गोलीबारी की। रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक बताया था।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 02:08 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 02:12 PM (IST)
रांची में अपराधी बेखौफ, बिल्डर से रंगदारी मांगने के 9 दिनों बाद दफ्तर में फायरिंग; दहशत Ranchi News
रांची में अपराधी बेखौफ, बिल्डर से रंगदारी मांगने के 9 दिनों बाद दफ्तर में फायरिंग; दहशत Ranchi News

रांची, जासं। रांची में अपराधी बेखौफ हो गए हैं। खुली चुनौती देकर गोलीबारी की जा रही है। रांची के नामी बिल्डर व एक अखबार के मालिक अभय सिंह के मोरहाबादी में दिव्ययान चौक स्थित दफ्तर पर स्वतंत्रता दिवस की कड़ी सुरक्षा के बावजूद फायरिंग की गई। काले रंग की पल्सर बाइक से आए दो अज्ञात अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया। इसके बाद तेजी से चिरौंदी के रास्ते फरार हो गए। घटना को अंजाम देने से 9 दिनों पहले बीते 6 अगस्त को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी।

कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा के नाम पर बिल्डर से रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी मांगने वाले ने खुद का नाम मयंक बताया था। जानकारी के अनुसार शनिवार दिन के करीब 12:15 बजे बिल्डर अभय सिंह के कार्यालय में दो अपराधी बाइक से पहुंचे और गोडाउन वाले गेट पर बैठे गार्ड प्रकाश को टारगेट करते हुए गोली चलाई। इसके बाद मौके से फरार हो गए। गोलीबारी से गार्ड बाल-बाल बच गया। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर बरियातू थाना की पुलिस पहुंची। सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंचे थे। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है लेकिन अपराधियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

व्हाट्सएप के वर्चुअल नंबर से मैसेज और कॉल कर मांगी गई थी रंगदारी

बीते 6 अगस्त को अभय कुमार सिंह को कॉल कर दो करोड़ की रंगदारी मांगी गई थी। रंगदारी मांगने वाले ने वर्चुअल नंबर से मैसेज किया था। इसमें खुद को कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग का मयंक सिंह बताया था। रंगदारी के लिए मैसेज मिलने के बाद अभय सिंह ने बरियातू थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी।

पीडब्ल्यूडी इंजीनियर वाला हाल करने की दी थी चेतावनी

रंगदारी के लिए किए गए मैसेज में कहा गया था कि रंगदारी नहीं मिलने और मोराबादी में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर समरेंद्र प्रसाद के साथ जो हुआ था, वही अंजाम भुगतना होगा। वर्चुअल नंबर से मैसेज करने के बाद दो बार अपराधियों ने वाट्सएप्प कॉल भी किया था। अभय सिंह ने संबंधित कॉल रिसीव नहीं किया था। पुलिस को आशंका है कि सुजीत सिन्हा के इशारे पर ही इस तरह की घटना काे अंजाम दिया गया है।

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