रांची के कई इलाकों में रात को कटी रही बिजली, लोगों को हुई भारी परेशानी

रांची में बिजली आपूर्ति की हालत लगातार खराब है। रोज पांच से छह घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। रात में आधे से अधिक इलाकों में अंधेरा रहता है। लोगों को परेशानी हो रही है। शुक्रवार की रात को भी रांची के कई इलाके में बिजली आपूर्ति गुल रही।

By Brajesh MishraEdited By: Publish:Sat, 21 Aug 2021 06:22 AM (IST) Updated:Sat, 21 Aug 2021 06:22 AM (IST)
रांची के कई इलाकों में रात को कटी रही बिजली, लोगों को हुई भारी परेशानी
शुक्रवार की रात रांची के कई इलाके में बिजली आपूर्ति बाधित रही।

रांची,जासं। झारखंड की राजधानी रांची में बिजली आपूर्ति की हालत लगातार खराब है। रोज पांच से छह घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। रात में आधे से अधिक इलाकों में अंधेरा रहता है। इससे लोगों को परेशानी हो रही है। शुक्रवार की रात को भी रांची के कई इलाके में बिजली आपूर्ति गुल रही। सबसे ज्यादा कटौती कोकर,रमजान कालोनी, डोरंडा, हरमू कोकर, लालपुर, हिंदपीढ़ी, कांटाटोली आदि इलाके में हो रही है। कोकर के कुछ इलाकों में शुक्रवार की शाम को बिजली गई तो देर रात तक नहीं आई। इसके चलते एक बड़े इलाके में अंधेरा छाया रहा। यही हाल हरमू का रहा। हरमू में शाम को बिजली कटी तो देर रात तक अंधेरा रहा। इससे लोग परेशान रहे। अधिकारियों का कहना है कि रांची को फुललोड बिजली मिल रही है। कोकर के रहने वाले राम शिरोमणि कहते हैं अगर राजधानी को फुल लोड बिजली मिल रही है। तो बिजली कहां जा रही है। कोकर के कार्यपालक अभियंता का कहना है कि लोड शेडिंग चल रही है। यानी कोकर को कम बिजली मिल रही है। इस तरह बिजली विभाग के अधिकारी ही विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। इसके अलावा, आए दिन ट्रांसफार्मर जल रहे हैं। इंसुलेटर पंक्चर हो रहे हैं। इसका मतलब है कि बिजली विभाग ने पूरी तैयारी नहीं की है। हर साल नियमानुसार गर्मी शुरू होने से पहले बिजली विभाग पूरी तैयारी करता है। क्योंकि, बिजली विभाग जानता है कि गर्मी में लोड बढ़ने पर उसकी आधारभूत संरचना जवाब दे जाती है। इसलिए ट्रांसफार्मर वगैरह चेक किए जाते हैं। जिन ट्रांसफार्मर में तेल खत्म हो उनमें तेल डाला जाता है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया गया। यही वजह है कि राजधानी में इस बार गर्मी में खूब ट्रांसफार्मर जल रहे हैं।विशेषज्ञों का मानना है कि पावर सब स्टेशनों में बिजली की जो आधारभूत संरचना है। वह काफी पुरानी है। पुरानी मशीनें लगी हुई हैं। इसी के चलते वह लोड पड़ने पर जवाब दे जाती हैं और फाल्ट आ जाता है। इस मामले में उपभोक्ताओं को मुसीबत झेलनी पड़ती है।

नहीं लगाए जाते ट्राली ट्रांसफार्मर

बिजली विभाग के पास ट्राली ट्रांसफार्मर हैं। जहां भी ट्रांसफार्मर जलता है वहां ट्राली ट्रांसफार्मर को लगाया जाता है। एक ट्राली ट्रांसफार्मर तब तक लगा रहता है। जब तक ट्रांसफार्मर बदला ना जाए। इस तरह इलाके की बिजली आपूर्ति बहाल रहती है। लेकिन राजधानी में यह सुविधा वीआईपी इलाके के लिए ही है। तीन दिन पहले रमजान कॉलोनी में जब ट्रांसफार्मर जला था। तो यहां सुबह से लेकर रात तक बिजली नहीं आई थी। ट्रांसफार्मर बदला गया तभी बिजली आपूर्ति बहाल हुई। कई लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारियों से ट्राली ट्रांसफार्मर लगाने की बात कही। लेकिन कोई इसके लिए तैयार नहीं हुआ।

chat bot
आपका साथी