RSS: बंगाल में संघ ने किया बड़ा बदलाव, रमापदो पाल बने ओडिशा और बंगाल के क्षेत्र प्रचारक

RSS Meeting News Bengal RSS Kshetra Pracharak चित्रकूट में चल रही बैठक में य‍ह निर्णय लिया गया। प्रदीप जोशी का केंद्र चंडीगढ़ होगा। वहीं दक्षिण बंगाल के प्रांत प्रचारक जलधर महतो को सह क्षेत्र प्रचारक का दायित्व दिया गया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 12 Jul 2021 01:26 PM (IST) Updated:Mon, 12 Jul 2021 05:09 PM (IST)
RSS: बंगाल में संघ ने किया बड़ा बदलाव, रमापदो पाल बने ओडिशा और बंगाल के क्षेत्र प्रचारक
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रांची, जासं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बंगाल और ओडिशा में बड़ा बदलाव किया है। चित्रकूट में चल रहे अखिल भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक में बदलाव की घोषणा की गई। पूर्व क्षेत्र, जिसमें बंगाल, ओडिशा, सिक्किम और अंडमान प्रांत शामिल है, के क्षेत्र प्रचारक प्रदीप जोशी को जहां अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख का दायित्व दिया गया, वहीं पूर्व क्षेत्र के सह क्षेत्र प्रचारक रमापदो पाल को क्षेत्र प्रचारक बनाया गया। प्रदीप जोशी का केंद्र चंडीगढ़ होगा।

वहीं दक्षिण बंगाल के प्रांत प्रचारक जलधर महतो को सह क्षेत्र प्रचारक का दायित्व दिया गया। सह प्रांत प्रचारक प्रशांत भट्ट को दक्षिण बंगाल का प्रांत प्रचारक बनाया गया। वैसे तो संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में ही क्षेत्र प्रचारक और प्रांत प्रचारक का बदलाव किया जाता है, परंतु इस बार प्रतिनिधि सभा की बैठक के समय बंगाल में विधानसभा चुनाव होने के कारण वहां बदलाव नहीं किया गया था। इसलिए प्रांत प्रचारक बैठक में वहां बदलाव किया गया।

संघ ने कार्य की दृष्टि से बंगाल को तीन प्रांतों में विभाजित किया है। दक्षिण बंगाल, जिसका मुख्यालय कोलकाता, मध्य बंगाल जिसका मुख्यालय बर्धमान और उत्तर बंगाल जिसका मुख्यालय सिलीगुड़ी है।

भय्याजी जोशी विहिप तो डाॅ. कृष्ण गोपाल विद्या भारती के संपर्क अधिकारी होंगे

आरएसएस के पूर्व सरकार्यवाह भय्याजी जोशी अब संघ की ओर से विश्व हिंदू परिषद के संपर्क अधिकारी होंगे। वहीं डाॅ. कृष्ण गोपाल विद्या भारती के संपर्क अधिकारी होंगे, यानी उनके कार्यों पर नजर रखेंगे। भय्याजी जोशी पहले भी सरकार्यवाह रहते हुए विहिप का काम देखते थे। अनुषांगिक संगठनों के कामों को देखने के लिए संघ की ओर से किन्हीं न किन्हीं अधिकारी को पालक यानी संपर्क अधिकारी बनाया जाता है। सह सरकार्यवाह अरुण कुमार भाजपा और संघ के बीच समन्वय का काम देखेंगे।

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