कोरोना के चलते नगर निगम नहीं कर पा रहा बरसात की बूंदे सहेजने का इंतजाम

राजधानी में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में नगर निगम के अधिकारी भी संजीदा नहीं हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 07:45 AM (IST)
कोरोना के चलते नगर निगम नहीं कर पा रहा बरसात की बूंदे सहेजने का इंतजाम
कोरोना के चलते नगर निगम नहीं कर पा रहा बरसात की बूंदे सहेजने का इंतजाम

जागरण संवाददाता, रांची : राजधानी में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में नगर निगम के अधिकारी भी अपनी जान बचाने में जुटे हुए हैं। बरसात की बूंदें सहेजने के लिए जो प्लान बनाया गया था। वह धरा का धरा रह गया। योजना पर जर्रा बराबर अमल नहीं हो पा रहा है। नगर निगम ने कहा था कि वह राजधानी के सभी वार्डों में सार्वजनिक स्थल पर 6-6 रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाएगा। लेकिन इस कोरोना बीमारी के चलते इस योजना को अमलीजामा पहनाने की कवायद ठप पड़ गई है। कहा जा रहा है कि अब रांची नगर निगम इस साल बरसात की बूंदों को नहीं सहेज पाएगा। बरसात से पहले रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम नहीं बन बनाए जा सकेंगे। क्योंकि अभी तक नगर निगम उन स्थलों को चिन्हित नहीं कर पाया है जहां यह रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम बनाए जाने थे। स्थान चिन्हित नहीं होने से डीपीआर बनाने और अन्य काम भी ठप पड़े हुए हैं।

लोगों का कहना है कि रांची नगर निगम अगर राजधानी में रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम को बढ़ावा देना चाहता है तो उसे होल्डिग टैक्स के जरिए जुर्माना वसूलने की कार्रवाई को रोक कर दंडात्मक कार्रवाई करनी होगी। तभी राजधानी में 300 स्क्वायर मीटर रकबे के ऊपर के भवनों में वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम लगवाया जा सकता है। यह कोई नई बात नहीं, पिछले कई साल से राजधानी में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की कवायद चल रही है। कई बार दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम नहीं लगाने पर कई बार कार्रवाई की बात भी कही जा रही है। करीब चार साल से सिर्फ योजना ही बन रही है।

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