खेल रहा था छात्रों के साथ राहुल, अचानक हास्‍टल की छत पर गया और लगा दी छलांग

वॉर्डन के नाम से मांगा छत के गेट की चाबी मौका देख लगा दी छलांग। मेडिका ले गया लेकिन अस्पताल पहुंचने तक तोड़ चुका था दम। दुर्गा पूजा की छुट्टी के बाद होस्टल आया था राहुल कुजुर। नामकुम निवासी मृतक के माता-पिता चलाते हैं होटल।

By M EkhlaqueEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 07:22 AM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 07:22 AM (IST)
खेल रहा था छात्रों के साथ राहुल, अचानक हास्‍टल की छत पर गया और लगा दी छलांग
विवेक मेमोरियल हाईस्कूल का छात्र राहुल कुजुर, ज‍िसने छत से कूद कर खुदकुशी कर ली। जागरण

रांची (जागरण संवाददाता) : सदर थाना क्षेत्र के बांधगाड़ी में विवेक मेमोरियल हाईस्कूल के होस्टल में रह रहे एक छात्र ने शनिवार दोपहर साढ़े 11 बजे चौथे तल्ले से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक राहुल कुजुर नामकुम के जामकुंआ का रहने वाला था। उसके माता-पिता सुनीता और धूचू कुजुर होटल चलाकर परिवार का पालन-पोषण करते हैं। छात्र आठवीं कक्षा में पढाई करता था। कोरोना संक्रमण के कारण काफी दिनों से परिजनों के साथ ही था। दुर्गा पूजा की छुट्टी के बाद दोबारा होस्टल आया था।

वह अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था। अचानक बीच में खेल छोड़कर आया और छत के गेट की चाबी खोज कर ऊपर पहुंच गया। ऊपर जाते हुए उसे अन्य सहपाठियों ने देख लिया था। खोजबीन हुई तो उसकी बॉडी पीछे की ओर जमीन पर पड़ी म‍िली। आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन ने उसे मेडिका अस्‍पताल भेजा, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मेडिका के चिकित्सकों ने मृत घोषित कर किया। सदर थाना पुलिस ने सब को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया। इधर, मृतक राहुल की मां सुनीता कुजूर के बयान पर सदर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। माता ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया। हालांकि पुलिस मामले की हर बिंदु पर छानबीन कर रही है।

सहपाठियों ने बताया, तीनदिनों से गुमसुम रहता था राहुल

घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची सदर थाना पुलिस ने वर्जन प्राचार्य एवं अन्य नॉन टीचिंग स्टाफ के अलावा मृतक के सहपाठ‍ियों से भी पूछताछ की। पूछताछ में एक ही कमरे में रहने वाले अन्य छात्रों ने पुलिस को बताया कि राहुल दो-तीन दिनों से गुमसुम रहता था। ना तो वह खेल पर ध्यान दे पाता था और ना ही किसी से ज्यादा बातचीत करता था। घटना के कुछ देर पहले ही वह खेलने गया था, लेकिन बीच में ही खेल छोड़ कर लौट गया। पूछा गया तो उसने ठीक से कोई जवाब नहीं दिया।

सुबह सात बजे मां से की थी बात, लग रहा था परेशान

सुबह सात बजे राहुल ने अपनी मां से बातचीत की थी। राहुल की मां सुनीता ने पुलिस को बताया कि बातचीत के दौरान वह काफी परेशान लग रहा था। उसने यह भी कहा था कि यहां उसका मन नहीं लग रहा है। सब कुछ ठीक नहीं है। इस पर मैंने उसे समझाया भी था कि आठवीं बोर्ड का रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद घर ले जाएंगे। कुछ घंटे ही बीते थे कि दोपहर एक बजे स्कूल से फोन आया कि राहुल बीमार है और मेडिका अस्‍पताल में भर्ती है।

चार बहन का इकलौता भाई था राहुल

राहुल चार बहनों का इकलौता भाई था। इकलौता भाई होने के कारण चारों बहनों का तो लाडला था ही परिवार के अन्य सदस्य खूब दुलार करते थे। दुलार के कारण पढाई पर असर पड़ा तो माता-पिता ने उसको होस्टल में भेज दिया था। बांधगाड़ी के न्यू नगर मोहल्ले में स्कूल है। छह साल से होस्टल में रहता था।

दसवीं तक का हाई स्कूल, 14 बच्चे हॉस्टल में

स्कूल में दसवीं तक की पढ़ाई होती है। हॉस्टल में करीब 14 बच्चे रहते हैं। जिस कमरे में राहुल था वहां सात आठ बच्चे अपने अपने बेड पर सोते हैं। पुलिस की छानबीन में पता चला कि स्कूल में कोई गार्ड नहीं है। बच्चों की सुरक्षा वार्डन के भरोसे है। मृतक के परिजनों ने कहा कि अगर गार्ड रहता तो संभव है राहुल के साथ यह घटना नहीं होती। दो दिन पहले मां अपने हाथों से बना खाना लेकर आई थी हॉस्टल। बहरहाल, मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप द‍िया गया है।

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