Puja Bharti Godda: पुलिस की सुनें, खुद ही हाथ-पैर बांधकर डैम में कूद गई मेडिकल छात्रा पूजा भारती!

Puja Bharti Godda डैम में मेडिकल छात्रा के शव मिलने के मामले में झारखंड के डीआइजी एवी होमकर ने प्रेस वार्ता में अब तक की जांच के आधार पर जानकारी दी। कहा कि अभी अनुसंधान जारी है। छात्रा के साथ कोई जोर-जबरदस्ती नहीं हुई थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 06:26 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 11:04 PM (IST)
Puja Bharti Godda: पुलिस की सुनें, खुद ही हाथ-पैर बांधकर डैम में कूद गई मेडिकल छात्रा पूजा भारती!
गोड्डा की रहने वाली मेडिकल छात्रा पूजा भारती।

हजारीबाग, जासं। शेख भिखारी मेडिकल काॅलेज हजारीबाग की छात्रा पूजा भारती ने आत्महत्या की थी। अब तक की जांच में पुलिस फिलहाल इसी निष्कर्ष पर पहुंची है। हजारीबाग में डीआइजी एवी होमकर ने प्रेसवार्ता कर यह जानकारी दी। पूजा भारती का शव 12 जनवरी की सुबह पतरातू डैम से बरामद किया गया था। उसके हाथ-पैर बंधे थे। इसे देख छात्रा की हत्या की आशंका जताई गई थी। डीआइजी ने प्रेस वार्ता में बताया कि घटना की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया गया है। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार व हजारीबाग एसपी कार्तिक एस के नेतृत्व में एसआइटी काम कर रही है। घटना के एक-एक पहलू की जांच की गई।

गहराई से अध्ययन और जांच के बाद एसआइटी ने पाया कि छात्रा के साथ किसी तरह की कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई थी। शरीर पर चोट के निशान भी नहीं मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबकर दम घुटने से मौत का कारण बताया गया है। अब तक की जांच में छात्रा की मौत आत्महत्या प्रतीत हो रही है। उन्होंने बताया कि बरामद कागजात बता रहे हैं कि छात्रा संभवत: मानसिक अवसाद में थी। बरामद कुछ नोट्स में छात्रा ने मरने की इच्छा व्यक्त की थी। हालांकि जांच अभी भी जारी है। कई बिंदुओं पर जांच की जा रही है। हजारीबाग, रांची, रामगढ़ और गोड्डा में अनुसंधान किया जा रहा है। कई इनपुट पर भी काम किया जा रहा है।

छात्रा के हाथ-पैर में बंधी रस्सी और उसके कमरे से बरामद रस्सी एक समान

हाथ-पैर बंधे होने के सवाल पर डीआइजी ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि छात्रा के कमरे से बरामद प्लास्टिक की रस्सी और हाथ-पैर में बंधी रस्सी एक समान है। इसके अलावा जांच में पाया गया कि हाथ-पैर में अलग-अलग रस्सी बांधकर बीच में उसे जोड़ा गया था। लेकिन, इस सबके बावजूद अभी और कई तथ्य हैं जिसके बारे में पुलिस जांच कर रही है।

छात्रा ने कर दिया था गूगल अकाउंट डिलीट, जलाशयों की जानकारी सर्च की थी

छात्रा 11 जनवरी की सुबह 10.05 बजे मेडिकल काॅलेज के हाॅस्टल से निकली थी। ई-रिक्शा के माध्यम से बस स्टैंड पहुंची और फिर रांची जाने के लिए बस में सवार हुई। डीआइजी ने बताया कि ई-रिक्शा चालक व लोगों से पूछताछ में छात्रा के अकेले जाने की पुष्टि हुई है। घटना से पूर्व छात्रा ने जलाशय की जानकारी सर्च की थी। पतरातू डैम जाने के रास्ते व गहराई की भी जानकारी जुटाई थी। हालांकि, इसके बाद छात्रा ने रांची पहुंचने से पूर्व ही गूगल अकाउंट को स्थायी तौर पर डिलिट कर दिया था। इसे लेकर पुलिस अब भी अनुसंधान कर रही है।  

इन सवालों के जवाब अब भी तलाश रही पुलिस

अगर छात्रा ने आत्महत्या का मन बनाया तो गूगल अकाउंट स्थायी तौर पर डिलिट क्यों किया। छात्रा रांची से पतरातू कैसे पहुंची, इस सवाल का जवाब अब तक पुलिस तलाश नहीं पाई है। इस पर जांच जारी है। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि छात्रा तैरना नहीं जानती थी। ऐसे में वह हाथ-पैर बांध कर क्यों कूदी। हजारीबाग में झील समेत कई जलाशय हैं, फिर छात्रा ने आत्महत्या के लिए इतनी दूर पतरातू डैम को क्यों चुना।

अनुसंधान में मिले तथ्य   छात्रा एप्रन पहनकर निकली और उसे पास की झाड़‍ियों में फेंक दिया। हजारीबाग से रांची के लिए बस में अकेले सवार हुई। बस में बैठने के कुछ देर बाद उसने अपने मोबाइल को स्वीच ऑफ कर दिया। यह मोबाइल घटनास्थल से 50 मीटर की दूरी पर बरामद हुआ। बरामद कागजात बता रहे हैं कि वह मानसिक अवसाद में थी।   कुछ कागजात में छात्रा ने मरने की इच्छा जाहिर की है।

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