RIMS Ragging Case: 2019 बैच के 10 छात्रों पर कार्रवाई की तैयारी,आज जमा होगी जांच रिपोर्ट

RIMS Ragging Case रिम्स में रैगिंग के नाम पर सीनियर-जूनियर छात्रों के आपस में मारपीट की घटना की जांच के लिए के लिए गठित कमेटी आज गुरुवार को रिपोर्ट जमा करेगी। इसमें बताया जा रहा है कि 10 सीनियर छात्रों पर कार्रवाई हो सकती है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 01:51 PM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 01:51 PM (IST)
RIMS Ragging Case: 2019 बैच के 10 छात्रों पर कार्रवाई की तैयारी,आज जमा होगी जांच रिपोर्ट
रिम्स में रैगिंग के नाम पर सीनियर-जूनियर छात्रों के आपस में मारपीट की घटना सामने आई है।

रांची,जासं। रिम्स में रैगिंग के नाम पर सीनियर-जूनियर छात्रों के आपस में मारपीट की घटना की जांच के लिए के लिए गठित कमेटी आज गुरुवार को रिपोर्ट जमा करेगी। दूसरे दिन बुधवार को कमेटी द्वारा सभी पहुलओं को जोड़ निष्कर्ष निकाला गया है। इसमें बताया जा रहा है कि 10 सीनियर छात्रों पर कार्रवाई हो सकती है। कमेटी के पास जो भी सबूत सामने आए हैं उसमें स्पष्ट है कि 2019 बैच के छात्रों ने ही हॉस्टल नंबर चार में आकर हंगामा किया था। जिसके बाद पूरा माहौल खराब हुआ और मारपीट की नौबत आ पड़ी।

रिम्स पीआरओ डा डीके सिन्हा ने बताया कि कमेटी ने बुधवार की रात तक कोई रिपोर्ट जमा नहीं की है। इसके बाद अब गुरुवार को उम्मीद जताई जा रही है कि रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इससे पहले मंगलवार को कमेटी के अध्यक्ष डा हिरेन बिरुआ ने बताया था कि सभी जगहों का मुआयना किया गया है, साथ ही सभी छात्रों व अन्य लोगों का बयान लिया गया है। उन्होंने बताया था कि अभी जो बयान लिया गया है उसमें रैगिंग की कोई बात सामने नहीं आई है। इसके बाद भी अन्य पहलुओं को भी टटोला जा रहा है, जो भी बातें सामने आएगी उसे प्रबंधन को सौंपा जाएगा।

मालूम हो कि जूनियर छात्रों ने रैगिंग करने का आरोप लगाया है। रैगिंग के बाद जूनियर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि एमबीबीएस 2019 बैच के सीनियर छात्र 2020 बैच के जूनियर छात्रों के साथ रैगिंग कर रहे थे। इसके बाद बीच-बचाव में आए पीजी छात्रों के साथ 2019 बैच के छात्र भिड़ गए। इसके बाद जूनियर व पीजी छात्रों के साथ 2019 बैच के छात्रों की मारपीट शुरू हो गई थी। शनिवार देर रात और सोमवार की सुबह उनके बीच दोबारा मारपीट हुई। घटना के बाद सोमवार को पूरा रिम्स परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।

घटना के दिन रिम्स स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा हिरेन बिरुआ ने जूनियर डाक्टर एसोसिएशन व हॉस्टल अधीक्षक के साथ मिलकर तीनों पक्ष का बयान लिया था। लेकिन इस पर कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया, जिसके बाद प्रबंधन ने जांच के लिए आठ सदस्यों की टीम गठित की गई। जिसके अध्यक्ष डा हिरेन बिरुआ को बनाया गया। रिम्स अधीक्षक डा विवेक कश्यप ने बताया कि जो भी इसमें दोषी होंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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