Jharkhand Maoists: प्रमोद ले सकता है किशन का स्थान, माओवादियों में इसे लेकर कलह

Jharkhand Maoists पिछले दिनों झारखंड पुलिस के हाथों गिरफ्तार एक करोड़ के इनामी माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य किशन उर्फ प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा के बाद माओवादियों के पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख के पद पर प्रमोद मिश्रा को बिठाए जाने की चर्चा है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 10:40 PM (IST)
Jharkhand Maoists: प्रमोद ले सकता है किशन का स्थान, माओवादियों में इसे लेकर कलह
प्रमोद किशन का स्थान ले सकता है, माओवादियों में इसे लेकर कलह शुरू हो गया है।

रांची, जासं। पिछले दिनों झारखंड पुलिस के हाथों गिरफ्तार एक करोड़ के इनामी माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य किशन उर्फ प्रशांत बोस उर्फ बूढ़ा के बाद माओवादियों के पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख के पद पर प्रमोद मिश्रा को बिठाए जाने की चर्चा है। प्रमोद मिश्रा भाकपा (माओवादी) पोलित ब्यूरो का सदस्य है और 2017 में जेल से बाहर आने के बाद एक बार फिर सक्रिय हो गया है। वर्तमान में पुलिस को उसके बिहार के गया स्थित छकरबंधा में कैंप किए जाने की जानकारी मिली है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सुरक्षा एजेंसियों को यह सूचना मिली है कि प्रमोद मिश्रा को माओवादियों के पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख बनाए जाने की खबर के बाद मिसिर बेसरा व अनल उर्फ पतिराम मांझी ने विरोध भी शुरू कर दिया है, क्योंकि मिसिर बेसरा ने अपने लेटर पैड पर खुद को ईस्टर्न रीजन ब्यूरो की जगह इस्टर्न रीजनल कमांड के नाम का इस्तेमाल किया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों झारखंड पुलिस ने सरायकेला से एक करोड़ के इनामी माओवादियों के पोलित ब्यूरो सदस्य प्रशांत बोस उर्फ किशन उसकी पत्नी शीला मरांडी सहित छह नक्सलियों की गिरफ्तारी की थी। प्रशांत बोस उर्फ किशन पूर्वी क्षेत्रीय ब्यूरो प्रमुख भी था, जिसके बाद अब प्रमोद मिश्रा को कमान मिलने की चर्चा तेज है।

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