खुद को डीआइजी बता रौब झाड़ने वाले राजीव सिंह को रिमांड पर लेगी पुलिस

रेमडेसिविर कालाबाजारी मामले के आरोपित राजीव सिंह पर दर्ज दूसरे मामले में रिमांड पर लेने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 09:02 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:02 AM (IST)
खुद को डीआइजी बता रौब झाड़ने वाले राजीव सिंह को रिमांड पर लेगी पुलिस
खुद को डीआइजी बता रौब झाड़ने वाले राजीव सिंह को रिमांड पर लेगी पुलिस

जागरण संवाददाता, रांची : रेमडेसिविर कालाबाजारी मामले के आरोपित राजीव सिंह पर दर्ज दूसरे केस में पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। राजीव सिंह फिलहाल कालाबाजारी के आरोप में जेल में बंद है। उसपर डोरंडा थाने में दर्ज दूसरे केस को रिमांड किया जाएगा। इसके बाद कोर्ट से अनुमति लेकर रिमांड पर लिया जाएगा। पूछताछ के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। रेमडेसिविर प्रकरण की जांच कर रही सीआइडी की एसआइटी को एक ऑडियो क्लिप हाथ लगी। जिसमें सुना गया कि वह खुद को कभी रेल डीआइजी, कभी एससी आयोग के चेयरमैन का ओएसडी तो कभी फूड सेफ्टी कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एफएससीआई) का डायरेक्टर बता धौंस झाड़ता था। अपना गलत परिचय देकर लोगों को झांसे में लेता था। इस मामले में सीआइडी के इंस्पेक्टर संतोष कुमार की ओर केस दर्ज करवाया गया है। जिसमें बताया है कि रेमडेसिविर प्रकरण की जांच के दौरान राजीव कुमार सिंह के पास से दो मोबाइल जब्त किए गए हैं। उसी से यह मामला सामने आया। रेल डीआइजी बनकर अस्पताल का बिल कम करने का दिया आदेश : राजीव सिंह ने खुद को रेल डीआइजी बताकर किसी अस्पताल में भर्ती मरीज का बिल कम करवाने के लिए कहा। राजीव सिंह ने अपने मोबाइल नंबर 923445775 से 7360008341 से बातचीत की। जिसमें खुद को रेल डीआइजी का धौंस देता सुना गया है। दूसरे ऑडियो में एससी आयोग के चेयरमैन का का ओएसडी बताकर किसी गोपाल जी से प्रिस नामक मरीज को सुविधा देने के लिए कहा। मोबाइल नंबर 7004711714 पर बातचीत की गई है। जबकि एफएससीआइ डायरेक्टर बताकर एफएसएल डायरेक्टर से बातचीत की और किसी केस की अनुसंधान के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने तीनों ऑडियो को पुलिस को पेन ड्राइव में साक्ष्य के तौर पर उपलब्ध करवाया है। संबंधित मामलों की जांच में जुट गई है। एफएसएल डायरेक्टर को भी ले लिया था झांसे में :

एफआइआर के अनुसार तीसरी ऑडियो में राजीव सिंह ने एफएसएल के डायरेक्टर से बातचीत करता सुना गया है। जिसमें फर्जी एफएससीआइ का डायरेक्टर बनकर चतरा जिले के ईटखोरी थाने में दर्ज 210/20 के संबंध में जानकारी ली है। यह अफीम तस्करी से जुड़ा मामला है। राजीव सिंह ने अपने मोबाइल नंबर से 9431706226 पर 21 फरवरी 2021 को कॉल किया था। जिसमें अफीम की रिपोर्ट से संबंधित जानकारी मांगी है। जबकि ऐसे मामलों में जानकारी लेने का अधिकार कोर्ट और अनुसंधानकर्ता को ही होती है। ऑडियो में बातचीत से यह भी प्रतीत होता है कि वह बातचीत से कुछ दिन पहले एफएसएल डायरेक्टर से मिला भी था। कालाबाजारी मामले की सीआइडी कर रही जांच : रेमडिसिविर कालाबाजारी मामले को हाईकोर्ट के निर्देश पर सीआइडी ने टेकओवर किया था। इसके बाद सीआइडी में एसआइटी बनी थी। 30 अप्रैल को राजीव सिंह को जेल भेजा गया था। वह फिलहाल जेल में बंद है। मामले में बीते 29 अप्रैल को आइपीसी की धारा 420 120 बी, 188, ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज की गई है। एफआइआर में स्टिग करने वाले क्षेत्रीय चैनल की सूचना और उस कार्यालय से जब्ती सूची तैयार करने को आधार बनाया गया है।

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