साढ़े चार महीने बाद फिर खुला संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए आइसोलेशन सेंटर

राज्य ब्यूरो रांची कोरोना वायरस से इस वर्ष अब तक करीब डेढ़ सौ पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर जगन्नाथपुर के विस्थापित कॉलोनी कुटे में अस्थायी आइसोलेशन सेंटर को चालू कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 06:57 PM (IST)
साढ़े चार महीने बाद फिर खुला संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए आइसोलेशन सेंटर
साढ़े चार महीने बाद फिर खुला संक्रमित पुलिसकर्मियों के लिए आइसोलेशन सेंटर

राज्य ब्यूरो, रांची : वैश्विक महामारी कोविड-19 के इस दौर में फ्रंटलाइन में काम कर रही पुलिस दोहरी चुनौती झेल रही है। एक तरफ वायरस से बचना है, तो दूसरी तरफ व्यवस्था भी संभालनी है। ऐसी स्थिति में कहां किस रूप में वायरस उनके शरीर में प्रवेश कर जाए, कहा नहीं जा सकता है। यही वजह है कि गत वर्ष भी भारी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और इस वर्ष भी करीब डेढ़ सौ पुलिसकर्मी अब तक संक्रमित हो चुके हैं। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए एक बार फिर जगन्नाथपुर के विस्थापित कॉलोनी कुटे में अस्थायी आइसोलेशन सेंटर को चालू कर दिया गया है।

यह आइसोलेशन सेंटर गत वर्ष ही कोरोना वायरस से पुलिसकर्मियों के संक्रमण को देखते हुए शुरू किया गया था, ताकि संक्रमित पुलिसकर्मी अपने परिवार या पुलिस केंद्र में न रहकर उसी आइसोलेशन सेंटर में अपना इलाज करवा सकें। गत वर्ष नवंबर महीने में इस आइसोलेशन सेंटर को बंद कर दिया गया था। अब जब संक्रमण ने अपना रफ्तार फिर पकड़ लिया है, तो दूसरी बार साढ़े चार महीने बाद इसे पुन: शुरू किया गया है। यहां झारखंड पुलिस के जवान, चाहे वह किसी भी जिले से क्यों न हों, बीमार पड़ने पर यहां इलाज करवा सकते हैं।

इस आइसोलेशन सेंटर के प्रभारी बेड़ो के सर्किल इंस्पेक्टर नीरज पाठक हैं। वहीं, सेंटर में तीन डॉक्टर, स्पेशल ऑक्जिलियरी पुलिस (सैप) के 15 स्वास्थ्यकर्मी व झारखंड पुलिस के आठ प्रशिक्षित पुलिसकर्मी संक्रमित पुलिसकर्मियों का इलाज करेंगे। यहां हर वक्त दो एंबुलेंस तैयार रहती है, ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में पुलिसकर्मियों को बेहतर सुविधा दी जा सके। गत वर्ष बेहतर सुविधा की बदौलत इस आइसोलेशन सेंटर से 99 फीसद रिकवरी रेट था। वर्तमान में इस आइसोलेशन सेंटर में कुल 14 संक्रमित पुलिसकर्मी इलाज करा रहे हैं। एक पुलिसकर्मी की हालत गंभीर होने के चलते वहां से सदर अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया है।

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बेहतर माहौल के साथ पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान :

कुटे स्थित पुलिस के आइसोलेशन सेंटर में बेहतर माहौल, चिकित्सा व स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ संक्रमित पुलिसकर्मियों के खान-पान पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। यहां प्रत्येक संक्रमित मरीज के खान-पान पर सरकार 100 रुपये प्रतिदिन खर्च करती है। अब इसके अलावा सभी जिलों का पुलिस एसोसिएशन, पुलिस मेंस एसोसिएशन अपने संक्रमित प्रत्येक सदस्य के लिए एसोसिएशन मद से प्रतिदिन 250 रुपये देता है। इस तरह एक संक्रमित के खानपान पर प्रतिदिन साढ़े तीन सौ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

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