PM Kisan सम्मान निधि का पैसा जा रहा दूसरे के खाते में, कहीं आपके साथ भी ऐसा तो नहीं... जानें
PM Kisan Samman Nidhi Yojana News वर्ष 2019 से लगातार पांच किस्तों का भुगतान हो चुका है। पीड़ित किसान ने रांची उपायुक्त से मामले की शिकायत की है। उपायुक्त को भेजी गई शिकायत में किसान ने विवरण साझा किया है।
रांची, [विश्वजीत भट्ट]। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का पैसा दूसरों के खाते में जा रहा है। राजधानी रांची के ग्रामीण इलाके में अजीब-ओ-गरीब मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री सम्मान निधि का पैसा दूसरे के खाते में चला जा रहा है। किसान सिर्फ कागज पर लाभान्वित हो रहे हैं। अपना हक पाने के लिए वह दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। बताया जा रहा है कि पैसा जिस किसान के नाम पर निर्गत हो रहा है, उसके खाते में नहीं पहुंचकर किसी दूसरे के खाते में चला जा रहा है। किसान अपनी समस्या को लेकर स्थानीय बीडीओ से लेकर उपायुक्त तक के पास गुहार लगा चुके हैं। बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो सका है। शिकायतकर्ता किसान का नाम सुकरा खेस्स है।
वह दिघिया गांव के निवासी हैं। उपायुक्त को भेजी गई शिकायत में किसान ने विवरण साझा किया है। इसमें कहा गया है कि वर्ष 2019 से लगातार अब तक पांच किस्त का भुगतान केंद्र सरकार की ओर से किया गया है। यह राशि उनके पंजीकरण नंबर पर जारी हो रही है, जबकि भुगतान दूसरे खाते में हो रहा है। किसान का बैंक अकाउंट बैंक ऑफ इंडिया, बेड़ो रांची में है। वहीं राशि का भुगतान लोहरदगा के बैंक ऑफ इंडिया की चट्टी शाखा के एक अकाउंट में हो रहा है। पीएम किसान के तहत साल में 6000 रुपये मिलते हैं। एक बार में 2000 रुपये की किश्त मिलती है।
नवंबर 2019 में निर्गत हुई सम्मान निधि की पहली किस्त
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की पहली किस्त वर्ष 2019 के नंवबर माह में निर्गत की गई। पांचवीं किस्त दिसंबर 2020 में भेजी गई। इस बीच किसान अपना वाजिब हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाता रहा। शिकायत पत्र में किसान ने दावा किया है कि राशि जिस बैंक की शाखा के एक अकाउंट में जा रही है, बेड़ो प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित कंप्यूटर ऑपरेटर वहीं का रहने वाला है। पीड़ित किसान ने अपने शिकायत पत्र के साथ खुद के लाभार्थी होने से संबंधित सभी जरूरी दस्तावेज भी संलग्न करते हुए मामले की जांच कराने का अनुरोध किया है।
'कहां से गड़बड़ी है, इसका पता लगाकर समस्या का समाधान किया जाएगा।' -विजय कुमार सोनी, बीडीओ, बेड़ो (रांची)।