प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कोडरमा में बन रहे 90 घर, जल्द कराएं पंजीकरण Koderma News
PM Awas Yojana Koderma News Jharkhand Samachar प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का वैसे लोग लाभुक बन सकते हैं जिनका वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम हो। वे कोडरमा नगर पंचायत में 17.6.2015 से पहले का निवासी हो।
कोडरमा, जासं। PM Awas Yojana, Koderma News कोडरमा नगर पंचायत के अंतर्गत बोनाकाली वार्ड न. 01 में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी घटक-03 के तहत बोनाकाली किफायती आवास परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत कुल 90 आवासों का निर्माण किया जा रहा है। उक्त जानकारी नगर प्रबंधक राजकुमार वर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि प्रति आवास में एक रूम, एक हॉल, किचन, बाथरूम तथा बालकोनी की व्यवस्था है। साथ ही साथ बच्चों के खेलने के लिए पार्क, स्ट्रीट लाइट, पानी, बिजली, रोड आदि की भी व्यवस्था रहेगी।
इसमें प्रति आवास की कीमत 5.62 लाख है। इसमें से केंद्र व राज्य सरकार का अंश 2.50 लाख रुपये है, शेष 3.12 लाख की राशि का भुगतान स्वयं लाभुकों को किस्तों में देना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) का वैसे लोग लाभुक बन सकते हैं, जिनका वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम हो। वे कोडरमा नगर पंचायत में 17.6.2015 से पहले का निवासी हो। लाभुकों का पहचान पत्र होना अनिवार्य है। लाभार्थियों को सर्वप्रथम शुरू में 5 हजार रुपये देकर आवास के लिए पंजीयन करना होगा। उन्होंने बताया है कि फिलहाल 90 आवासों में से 48 आवासों का पंजीयन हो चुका है। अधिक जानकारी के लिए नगर पंचायत कोडरमा के कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है।
पेयजल संकट से जूझ रहे कोटवार मोहल्लेवासी
एक ओर भयंकर गर्मी तो दूसरी तरफ पेयजल की भयंकर किल्लत। सरकार द्वारा प्रखंड मुख्यालय मरकच्चो में 2 करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से बनाया गया जलमीनार हाथी का सफेद दांत साबित हो रहा है। इतना खर्च करने के बाद भी यह मरकच्चो प्रखंड के तीन पंचायत मरकच्चो मध्य, मरकचो उत्तरी और मरकच्चो दक्षिणी में पेयजल की समस्या को दूर नहीं कर पा रही है। प्रखंड के मध्य पंचायत स्थित कोटवार मोहल्ला में इन दिनों पेयजल की भारी किल्लत है।
वैसे तो पूरे मरकच्चो में पेयजल की किल्लत है, लेकिन कोटवार मोहल्ला की स्थिति बेहद खराब है। लोग डेढ़ किलोमीटर दूर खेत में बने एक कुएं से पानी लाने को विवश हैं। उक्त टोला में जितने भी हैंडपंप व कुएं हैं, सभी भयंकर गर्मी के कारण हांफने लगे हैं। खेत में एक कुआं है जिसमें थोड़ा बहुत पानी रात में जमा होता है, जिसे लेने के लिए सुबह 4:00 बजे से ही महिलाओं की लंबी कतार लग जाती है। ऐसे में कुछ को पानी मिल पाता है तो कुछ बिना पानी लिए वापस लौट जाती हैं।