झारखंड में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, फिर बच निकला पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप

Police Naxal Encounter in West Singhbhum Jharkhand Hindi News बताया गया है कि पीएलएफआइ उग्रवादियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। हालांकि पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप व अन्‍य उग्रवादी एक बार फिर पुलिस की गिरफ्त से बच निकलने में कामयाब रहे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 05:28 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:56 PM (IST)
झारखंड में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, फिर बच निकला पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप
Police Naxal Encounter Jharkhand, Hindi News बताया गया है कि पीएलएफआइ उग्रवादियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो रही है।

खूंटी, जासं। झारखंड के खूंटी जिला से सटे पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की हुई है। मुठभेड़ में खूंटी जिला की पुलिस भी शामिल है। बताया गया है कि पीएलएफआइ उग्रवादियों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो रही है। हालांकि पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप एक बार फिर पुलिस की गिरफ्त से बच निकला है।

जानकारी के अनुसार पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बांदू पंचायत के टेमना गांव में पुलिस व प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआइ के उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ के दौरान नक्‍सली जंगल की ओर भाग गए। पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने सोमवार शाम अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि खूंटी जिले के रनिया और पश्चिम सिंहभूम के गुदड़ी थाना के सीमावर्ती क्षेत्र में सोमवार को प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआइ के कोर ग्रुप दस्ता के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई।

पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप भी दस्ता के साथ शामिल था। हालांकि क्षेत्र के दुर्गम भौगोलिक स्थिति का लाभ उठाकर पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप कई हार्डकोर उग्रवादियों के साथ सुरक्षित भागने में सफल रहा। मुठभेड़ स्थल के पास से पुलिस ने एक लोडेड कारबाइन, 55 जिंदा कारतूस, 29 मोबाइल, 10 पिट्ठू बैग, एक 9 एमएम का मैगजीन, पीएलएफआइ का पर्चा, रसीद, सहित बड़ी मात्रा में दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की है।

उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दोनों ओर से लगभग सवा सौ राउंड गोलियां चली है। पुलिस की ओर से लगभग 50 राउंड फायरिंग की गई है। उन्होंने बताया कि संगठन के इस कोर ग्रुप दस्ता में सुप्रीमो दिनेश गोप, मार्टिन केरकेटा, तिलकेश्वर गोप, कृष्णा यादव, अवधेश जायसवाल, सहित अन्य उग्रवादी शामिल थे। उन्होंने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआइ के सुप्रीमो दिनेश गोप और अन्य वांछित उग्रवादी रनिया और पश्चिमी सिंहभूम जिले गुदड़ी थाना क्षेत्र में सक्रिय हैं।

सूचना के सत्यापन के बाद एएसपी अभियान और तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिला बल, झारखंड जगुआर की पुलिस टीम का गठन किया गया। सेामवार को सुबह लगभग आठ बजे पुलिस द्वारा टेमना और भुड़ इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा था। उसी दौरान पुलिस को देखते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की तो पुलिस को भारी पड़ता देखकर उग्रवादी घने जंगल का लाभ उठाते हुए भागने में सफल रहे।

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