पीएलएफआइ का एरिया कमांडर जैना ने की थी बाबू खान की हत्‍या

Maoist. एक दिन के रिमांड पर लेने के बाद एनआइए और बेड़ो डीएसपी ने पीएलएफआइ एरिया कमांडर कुंवर उर्फ जैना से पूछताछ की, जिसमें उसने कई बड़े खुलासे किए।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 04:28 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 06:34 PM (IST)
पीएलएफआइ का एरिया कमांडर जैना ने की थी बाबू खान की हत्‍या
पीएलएफआइ का एरिया कमांडर जैना ने की थी बाबू खान की हत्‍या

रांची, [फहीम अख्तर]। पीएलएफआइ का एरिया कमांडर जयनाथ उर्फ जैना उर्फ कुंवर उरांव को लापुंग पुलिस ने एक दिन की रिमांड पर लिया। रिमांड पर लेने के बाद एनआइए भी उससे पूछताछ करने पहुंची थी। बेड़ो डीएसपी की पूछताछ में जयनाथ ने अपने सारे जुर्म कबूल कर लिए हैं। इसके साथ ही अपने उग्रवादी बनने की कहानी भी बताई।

कुंवर ने बताया कि करीब दस वर्ष पूर्व वह कमाने के लिए पुणे गया था। उसके वहां जाने के बाद लापुंग में एक महिला की हत्या हो गई थी। उस महिला का पति उसे हत्यारा समझकर उसकी तलाश कर रहा था। जब वह लौटा, तो उसे जिम्मेवार बताकर टारगेट किया गया। इसके बाद वह बेड़ो और लापुंग इलाके में सक्रिय रहे सम्राट गिरोह से जुड़ गया। इसके बाद कुछ सालों के बाद पीएलएफआइ से जुड़ गया। इसके बाद लेवी वसूली को लेकर हत्या और आगजनी जैसे कांडों को अंजाम दिया।

दो बार मिला दिनेश गोप से : कुंवर दो बार पीएलएफआइ सुप्रिमो दिनेश गोप से मिला है। उसके साथ मिलकर लेवी वसूली के गुर सीखे थे। खूंटी के रनिया जंगल में कैंप करते हुए हथियार चलाने से लेकर कई तरह के गुर सीखे। धीरे-धीरे वह खूंखार होता चला गया। वर्ष 2018 के मई महीने के पहले सप्ताह में जेल से बाहर आया था। इसके बाद दोबारा मिलने गया था।

11 जनवरी को भेजा गया था जेल : रांची पुलिस ने कुंवर उरांव को उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर 11 जनवरी को जेल भेजा गया था। उनकी गिरफ्तारी के समय पीएलएफआइ का सबजोनल कमांडर अखिलेश गोप अपने दस्ते के साथ भागने में कामयाब रहा था। कुंवर के साथ नगड़ी के गडग़ांव निवासी मंगरा उरांव और खूंटी आजाद नगर निवासी तौसीफ अनवर भी पकड़े गए थे।

लेवी नहीं देने पर मार डाला था बाबू खान को : कुंवर उर्फ जैना ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया है कि नगड़ी इलाके में कोल साइडिंग करने वाले बाबू खान की हत्या उसी ने की थी। बाबू से कुंवर ने लेवी मांगी थी। इसपर उसने देने से मना कर दिया था। इसी वजह से उसे मौत के घाट उतार दिया था। वर्ष 2012 के 23 नवंबर को लापुंग में सम्राट गिरोह के दिलीप साहू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस समय वह संगठन में नया जुड़ा था। वर्चस्व के लिए उसने साहू को रास्ते से हटा दिया था।

गद्दारी करने पर मारा था सुकरा को : 12 अक्टूबर को लापुंग में ही सुकरा उरांव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी हत्या कर पर्चा छोड़ा था। जिसमें हत्या की जिम्मेदारी ली थी। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि सुकरा उरांव पीएलएफआइ के नाम पर लेवी वसूलता था। लेवी वसूलने के बाद वह कुंवर तक नहीं पहुंचाता था। इस वजह से उसकी हत्या कर दी थी।

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