धौनी के शहर में क्रिकेट खेलना हुआ महंगा

भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के शहर रांची में क्रिकेट खेलना महंगा हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:30 AM (IST)
धौनी के शहर में क्रिकेट खेलना हुआ महंगा
धौनी के शहर में क्रिकेट खेलना हुआ महंगा

संजीव रंजन, राची : भारत के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के शहर रांची में क्रिकेट खेलना अब महंगा हो गया है। प्रतिभावान खिलाड़ियों को मंच देने वाले राची जिला क्रिकेट लीग में खेलने के लिए एक टीम को पाच से छह हजार रुपये बतौर रजिस्ट्रेशन देना पड़ रहा है। जबकि झारखंड के ही अन्य जिले धनबाद, जमशेदपुर, लोहरदगा, गुमला में रजिस्ट्रेशन शुल्क इससे काफी कम है। राची जिला क्रिकेट संघ ने सत्र 20-21 की शुरुआत बी डिवीजन क्वालिफायर राउंड से प्रारंभ कर दी है। इसमें कुल 22 टीमें भाग ले रही हैं। भाग लेने वाली टीमों से 2000 रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया गया है। वहीं, सुपर डिवीजन के लिए 6000 और ए व बी डिवीजन, स्कूल / अंडर-14 और अंडर-16 के लिए 5000 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जा रहा है।

चट मैदान में खेलवाते जाते हैं मैच :

जानकारी के अनुसार धनबाद में टीम व खिलाड़ियों के रजिस्ट्रेशन में 4500 रुपये लिए जाते हैं। जमशेदपुर में 250 रुपये एफिलिएशन शुल्क और 25 रुपये प्रत्येक खिलाड़ी रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जाता है। धनबाद सुपर व ए डिवीजन व जमशेदपुर में अधिकांश मैच टर्फ विकेट पर खेले जाते हैं। वहीं रांची में इतना शुल्क लेने के बावजूद खिलाड़ियों को स्टेडियम या हरा भरा मैदान उपलब्ध नहीं हो पाता है। इन्हें खेलने के लिए मिलते हैं चट मैदान। जो समतल भी नहीं होते। धनबाद जिले में लीग के फाइनल में पहुंचने वाली टीमों को लंच के अलावा पुरस्कार स्वरूप क्रिकेट ड्रेस/ किट आदि मुहैया कराए जाते हैं।

बढ़ता जा रहा शुल्क :

रांची लीग के लिए 2013 में स्कूल, बी डिवीजन, ए डिवीजन/ सुपर डिवीजन के लिए 1000/1200/1500 पंजीयन शुल्क लिया जाता था। लेकिन धीरे-धीरे आज यह पांच व छह हजार तक पहुंच गया। पिछले साल कोरोना काल में राची जिला क्रिकेट संघ के लीग मैच पूरे नहीं हो पाए थे। पिछले सत्र में प्रत्येक टीम से 4000 व 5000 हजार लिए गए थे।

पिछले सत्र का बचा है पैसा :

कई क्लबों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पिछला सत्र पूरा नहीं हुआ था, ऐसे में उसका पैसा भी बचा हुआ होगा, इस स्थिति में इस सत्र के लिए पंजीयन शुल्क कम रखना चाहिए था। सामने न आने का कारण बताया कि अगर वे खुलकर सामने आएंगे तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। यह हाल तब है जब बीसीसीआइ के नए संविधान के तहत राज्य संघों को दी जानेवाली सब्सिडी राशि 70 करोड़ से बढ़ाकर 100 करोड़ कर दी गई है। क्रि केट एसोसिएशन आफ बंगाल अपने सभी ए व बी डिवीजन खेलने वाली टीमों को हर सीजन लाखों रुपये सब्सिडी के तौर पर देता है, लेकिन झारखंड में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है।

गुमला में मुफ्त बाल उपलब्ध कराई जाती :

गुमला जिला क्रिकेट संघ क्लब को मुफ्त में गेंद उपलब्ध करवाता है। इसके साथ ही 13 खिलाड़ियों का पंजीकरण प्रत्येक खिलाड़ी 300 रुपये की दर से कराता है। इसका उद्देश्य सभी खिलाड़ियों को मैच खेलने का मौका देने का है। अगर एक टीम चार से पांच मैच खेलती है तो टीम को पांच बाल मुफ्त में उपलब्ध कराया जाता है। इसकी कीमत करीब तीन हजार है।

कोट :

पंजीयन शुल्क ज्यादा नहीं है। एक टूर्नामेट के लिए क्लब पांच-पांच हजार इंट्री फी देती है। कई टीमें एक ही मैच खेलकर बाहर हो जाती है जबकि लीग में कम से कम चार मैच खेलने को मिलता है। इसके अलावा अंपायरों को फी भी दिया जाता है। हम बेहतर क्रिकेट खेलाने का प्रयास करते हैं।

-शैलेंद्र कुमार, सचिव, रांची जिला क्रिकेट संघ

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