कोयले की खान झरिया को प्रदूषण मुक्त करने की मुहिम, 14 वर्षों से लगातार हो रहा पौधारोपण Dhanbad News
Jharkhand Dhanbad News सामाजिक संस्था यूथ कांसेप्ट पौधे लगाकर झरिया को प्रदूषणमुक्त बनाने में जुटी है। 14 वर्षों से लोगों के बीच घूम-घूम कर पौधों का वितरण व पौधारोपण कर रही है। बच्चों और युवाओं को जागरूक करने के लिए भी अभियान चला रही है।
झरिया (धनबाद), [गोविन्द नाथ शर्मा]। धनबाद के झरिया की पहचान देश और विश्व में यहां के कीमती कोकिंग कोयले से है। यहां की जमीन के हजारों फीट नीचे खदान से कोयले के चट्टान को तोड़कर एक सौ से भी अधिक वर्षों से कोयला निकाला जा रहा है। तीन दशक से यहां खुली परियोजना के माध्यम से कोयला निकालने और इसके डिस्पैच करने से प्रदूषण काफी बढ़ गया है। देश के प्रदूषित शहरों में झरिया का नाम भी आ चुका है। इसके बाद 14 साल पूर्व यूथ कांसेप्ट नामक सामाजिक संस्था ने झरिया को प्रदूषण मुक्त करने का बीड़ा उठाया। संस्था के लोग लगातार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से यहां पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्य कर रहे हैं। अभी तक एक हजार से अधिक पौधारोपण संस्था की ओर से किया गया है।
संस्था की ओर से लोगों को निशुल्क किया जाता है पौधा का वितरण
यूथ कांसेप्ट संस्था से जुड़े मोहम्मद इकबाल और मोहम्मद अखलाक अहमद ने बताया कि हर साल विशेष मौके पर लोगों के बीच निश्शुल्क पौधे बांटे जाते हैं। लोगों को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया जाता है। पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई जाती है। गोष्ठी के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण के महत्व बताए जाते हैं। संस्था के लोगों की ओर से अभी तक एक हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं। धनबाद जेल में भी पौधारोपण अभियान चलाया गया है। दो साल से पौधों के संरक्षण के लिए लोहे की जाली भी संस्था की ओर से लगाई जा रही है।
झरिया और धनबाद के गणमान्य लोग संस्था से जुड़कर करते हैं सहयोग
सामाजिक संस्था यूथ कांसेप्ट झरिया से अनेक गणमान्य लोग जुड़े हैं। इनमें झरिया, धनबाद और कतरास के लोग भी शामिल हैं। ये सभी लोग वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। संस्था से झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह, जनता मजदूर संघ के संयुक्त महामंत्री सिद्धार्थ गौतम, उनकी पत्नी मिनी गौतम, झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद शर्मा, गोपाल अग्रवाल, पूर्व पार्षद अनूप कुमार साव, शैलेंद्र कुमार सिंह, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. एम समीर, डॉ. नरेश प्रसाद, डॉ. सुमनानंद झा, गिरिजा प्रसाद, अंसार अली खान आदि हैं।
ईद में ईदी के रूप में लोगों व बच्चों के बीच किया गया पौधा का वितरण
वर्ष 2021 का ईद त्यौहार वैश्विक महामारी कोरोना के बीच झरिया में सादगी से मना। इसी दौरान संस्था के लोगों ने ऑक्सीजन की कमी से झरिया व धनबाद में अनेक लोगों की मौत होते देखा। इसके बाद पौधारोपण अभियान को और तेज करने का निर्णय लिया। ईद के मौके पर संस्था के कतरास मोड़ कार्यालय में लोगों और बच्चों को ईदी के रूप में पौधा देखकर इसे रोपने के लिए प्रेरित किया गया। सड़क के किनारे दर्जनों फल और छायादार पौधे लगाए गए। संस्था की ओर से लोगों के जन्मदिन और शादी की सालगिरह पर भी निश्शुल्क पौधे दिए जाते हैं।
झरिया में प्रदूषण रोकने के लिए संस्था की ओर से चलाया गया आंदोलन
झरिया शहर को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए संस्था की ओर से समय-समय पर आंदोलन भी किया जाता रहा है। कई बार हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। कोयला ढुलाई में लगे हाइवा चालकों को गुलाब फूल देकर प्रदूषण रोकने में सहयोग मांगा गया। कोयले को तिरपाल से ढंककर ले जाने की अपील की गई। धरना व प्रदर्शन कर रैली भी निकाली गई।