Jharkhand: गढ़वा में 8 हजार रुपये रिश्वत लेते पीएचइडी विभाग का कैशियर गिरफ्तार

पलामू से आई एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पेयजल एवं स्वच्छत विभाग के प्रधान सहायक सह रोकड़पाल त्रिलोचल दास को सौर ऊर्जा जलमीनार निर्माण के लिए एकरारनामा करने के एवज में 8 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 12:53 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 02:32 PM (IST)
Jharkhand: गढ़वा में 8 हजार रुपये रिश्वत लेते पीएचइडी विभाग का कैशियर गिरफ्तार
Jharkhand: गढ़वा में 8 हजार रुपये रिश्वत लेते पीएचइडी विभाग का कैशियर गिरफ्तार। जागरण

गढ़वा, जासं । पलामू से आई एसीबी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार की सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पेयजल एवं स्वच्छत विभाग के प्रधान सहायक सह रोकड़पाल त्रिलोचल दास को सौर ऊर्जा जलमीनार निर्माण के लिए एकरारनामा करने के एवज में 8 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। एसीबी की टीम ने आरोपित के शहर के चिनियां रोड में स्थित किराये के मकान में भी छापेमारी की। लेकिन वहां उसे कुछ भी हाथ नहीं लग सका। इसके बाद आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद एसीबी की टीम त्रिलोचन दास को गिरफ्तार करते हुए अपने साथ आगे की कार्रवाई के लिए मेदिनीनगर ले गई। इस घटना के बाद पेजयल एवं स्वच्छता विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

जानकारी के अनुसार गढ़वा का संवेदक मोदसीर अंसारी ने एसीबी कार्यालय में आवेदन देकर शिकायत की थी कि उसे बेलचंपा पंचायत के मेढ़नाकला गांव के भलाही टोला में साकेत चौधरी के घर के पास एवं उड़सुग्गी पंचायत के उड़सुग्गी गांव के करौना टोला में जयराम भुइयां के घर के पास सौर उर्जा जलमीनार लगाने के लिए कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, गढ़वा के पत्रांक-1373 दिनांक-03.06.2021 के द्वारा कार्यादेश मिला था। उक्त कार्य कुल 9.14 लाख का है। इस कार्य का एकरारनामा के लिए कई बार ऑफिस जाने पर भी इनका काम नहीं हो पाया। आवेदन में मोदसीर अंसारी ने उल्लेख किया है कि उक्त कार्यालय के प्रधान सहायक सह कैशियर त्रिलोचन दास उर्फ दास जी तथा कंप्यूटर ऑपरेटर रंजन ने कुल राशि का एक प्रतिशत करीब नौ हजार रूपये बतौर रिश्वत की मांग किया। जबकि वह रिश्वत देना नहीं चाहते हैं।

मोदसीर के आवेदन के आलोक में एसीबी की टीम द्वारा शिकायत का सत्यापन किया गया। तत्पश्चात मोदसीर द्वारा दिये गये आवेदन के तथ्यों के संबंध में तथा लगाए गए आरोप को सत्यापन के क्रम में आरोपी त्रिलोचन दास द्वारा पैसे के मांग करने संबंधी आरोप को सही पाया गया। इसके बाद बुधवार को मोदसीर अंसारी के साथ पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में पहुंची एसीबी की टीम ने कार्यालय कक्ष में मोदसीर से 8 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ आरोपित त्रिलोचन दास को धर दबोचा। एसीबी द्वारा अचानक से की गई कार्रवाई के बाद कुद देर के लिए कार्यालय में अफरा-तफरी मच गई। वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते तब तक एसीबी की टीम त्रिलोचन को अपने कब्जे में लेकर उसके किराए के आवास पर छापेमारी के लिए लेकर निकल चुकी थी।

chat bot
आपका साथी