आज से रिम्स के मरीज कंट्रोल रूम में कर सकेंगे शिकायत, 189 सीनियर डाक्टरों को दी गई कमान

रिम्स के हॉस्पिटल मैनेजमेंट में बदलाव किया गया है। अब मरीज अपनी शिकायत दर्ज करा सकेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:03 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:03 AM (IST)
आज से रिम्स के मरीज कंट्रोल रूम में कर सकेंगे शिकायत, 189 सीनियर डाक्टरों को दी गई कमान
आज से रिम्स के मरीज कंट्रोल रूम में कर सकेंगे शिकायत, 189 सीनियर डाक्टरों को दी गई कमान

जासं, रांची : रिम्स के हॉस्पिटल मैनेजमेंट में बदलाव किया गया है। अब एम्स की तरह रिम्स के मरीजों को शिकायत करने की आजादी होगी। इसके लिए नई व्यवस्था के तहत सेंट्रल कंट्रोल रूम तैयार किया गया है। यह कंट्रोल रूम गुरुवार से सातों दिन 24 घंटे काम करेगा, जिसकी कमान रिम्स के 189 सीनियर डाक्टर संभालेंगे। इस सुविधा के बाद रिम्स में भर्ती मरीज के परिजन या दोस्त इलाज संबंधी या किसी असुविधा को शिकायत कर सकेंगे। शिकायत मिलने के बाद इसकी इंट्री करनी होगी, जिसके बाद शिकायतों को दूर करने पर काम होगा। कंट्रोल रूम में हर दिन तीन सीनियर डाक्टर की डयूटी रहेगी। ये सभी डाक्टर बारी-बारी से तीन शिफ्ट (आठ-आठ घंटे) में काम करेंगे। शिफ्ट सुबह छह बजे से शुरू होगा। ड्यूटी में तैनात होने वाले डाक्टरों में सभी विभागों के प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर होंगे। रिम्स के पीआरओ डा. डीके सिन्हा ने बताया कि रिम्स प्रबंधन ने शिकायत के लिए फोन नंबर 9431938646 जारी किया है। इस संबंध में रिम्स प्रबंधन ने 19 सितंबर (दो माह) तक का रोस्टर जारी कर दिया है। डाक्टरों के साथ बैठक कर लिया गया था निर्णय :

रिम्स अधीक्षक डा. विवेक कश्यप ने बताया कि अभी तक मरीजों को होने वाली समस्या की जानकारी सही तरीके से नहीं मिल पाती थी। किसी पदाधिकारी से मिलकर अपनी बात रखनी पड़ती थी। अब शिकायतों की मॉनिटरिग की जा सकेगी। उन्होंने बताया कि रिम्स निदेशक ने इस नई व्यवस्था को बहाल करने से पहले सभी डाक्टरों के साथ बैठक की थी और प्रस्ताव रखा था। कंट्रोल रूम में एक डाक्टर, दो गार्ड व दो कर्मी रहेंगे मौजूद :

कंट्रोल यूनिट की टीम की हर शिफ्ट में एक डाक्टर, दो गार्ड और दो कर्मी मौजूद रहेंगे। शिफ्ट में मौजूद डाक्टर की सुरक्षा की जिम्मेदारी इन सुरक्षाकर्मियों की होगी। साथ रहने वाले दो कर्मचारी डाक्टर की सुविधा का ध्यान रखेंगे। रिम्स निदेशक डा. कामेश्वर प्रसाद ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि एंबुलेंस सर्विस की भी जिम्मेदारी ड्यूटी में तैनात डाक्टरों की होगी। जो एंबुलेंस इंचार्ज के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे। डयूटी में लगे डाक्टर कभी भी कर सकेंगे औचक निरीक्षण :

कंट्रोल रूम की ड्यूटी में तैनात डाक्टर कभी भी रिम्स के विभिन्न विभाग, वार्ड का औचक निरीक्षण भी कर सकेंगे। रिम्स निदेशक ने इन डाक्टरों को विशेष अधिकार दिए हैं। उन्हें निरीक्षण में मिली कमियों के बारे में भी रिपोर्ट बनानी होगी ताकि कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा डाक्टरों को डयूटी के साथ-साथ ओपीडी और इंडोर में भर्ती मरीजों को देखने के लिए कम से कम एक बार राउंड भी लगाना अनिवार्य होगा।

chat bot
आपका साथी