हज के लिए 10 दिसंबर से पहले बने पासपोर्ट होंगे मान्य, रांची के यात्रियों को कोलकाता एयरपोर्ट से भरनी होगी उड़ान
Haj Yatra 2020 इस बार हज यात्रियों को आयकर रिटर्न भी दाखिल करना होगा। उड़ान से पहले आजमीन का कोरोना टेस्ट किया जाएगा और निगेटिव होने पर ही उन्हें हज की अनुमति होगी। बता दें कि इस वर्ष कोरोना के कारण हज यात्रा नहीं हो पाई।
रांची, जासं। हज यात्रा 2021 पर जाने वाले आजमीन ए हज के लिए केंद्रीय हज कमेटी ने नए नियम लागू किए हैं। इस बार वही आजमीन हज पर जा सकते हैं जिनके पासपोर्ट 10 दिसंबर से पहले बने हों। 10 दिसंबर के बाद जो पासपोर्ट जारी होंगे, उन पर हज यात्रा नहीं की जा सकेगी। यही नहीं, इस बार रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट से हज यात्रियों की उड़ान नहीं होगी। बल्कि उन्हें कोलकाता के नेताजी सुभाष इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरनी होगी।
इस बार हज यात्रियों को आयकर रिटर्न भी दाखिल करना होगा। उड़ान से पहले आजमीन का कोरोना टेस्ट किया जाएगा और निगेटिव होने पर ही उन्हें हज पर जाने की अनुमति होगी। गौरतलब है कि 2020 में कोरोना के चलते हज यात्रा नहीं हो पाई थी। अभी साल 2021 की हज यात्रा के लिए केंद्रीय हज कमेटी ने कई नए नियम लागू किया है। इन दिनों आजमीन हज पर जाने के लिए फार्म भरने में जुट गए हैं। रांची से अब तक डेढ़ सौ लोगों ने हज के लिए आवेदन किया है। इस बार कोविड की वजह से उम्र की भी बाध्यता लगाई गई है।
65 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग हज नहीं कर सकेंगे। पहले 70 साल से अधिक उम्र के आजमीन को सीधे सूची में शामिल कर लिया जाता था। उनके लिए किसी भी तरह की लाॅटरी नहीं होती थी। लेकिन इस बार 70 वर्ष से अधिक उम्र के आजमीन ए हज को हज करने की इजाजत ही नहीं है। हज यात्रियों के फाॅर्म भरने की अंतिम तिथि 10 दिसंबर है। जनवरी में लॉटरी से हाजियों का चयन किया जाएगा। इसके बाद एक मार्च तक हज यात्रा के खर्च के तौर पर पहली किस्त जमा करानी होगी। हज यात्रा 19 जुलाई को होगी। 26 जून से 13 जुलाई तक मक्का मदीना के लिए उड़ान जारी रहेगी।