Jharkhand COVID Report: जिन यात्रियों का आरएटी टेस्ट था पॉजिटिव, उनका आरटीपीसीआर आया नेगेटिव, एक ही समय लिया गया था जांच सैंपल

Jharkhand COVID Report हटिया रेलवे स्टेशन में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) में कोविड पॉजिटिव पाए गए सभी 36 यात्रियों का आरटीपीसीआर रिजल्ट निगेटिव आया है। रांची के सिविल सर्जन डाक्टर विनोद कुमार ने बताया कि 24 अक्टूबर को हटिया रेलवे स्टेशन में सैंपल लिया गया था।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:20 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:20 AM (IST)
Jharkhand COVID Report: जिन यात्रियों का आरएटी टेस्ट था पॉजिटिव, उनका आरटीपीसीआर आया नेगेटिव, एक ही समय लिया गया था जांच सैंपल
रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) में कोविड पॉजिटिव पाए गए सभी 36 यात्रियों का आरटीपीसीआर निगेटिव आया है।

रांची,जासं।  हटिया रेलवे स्टेशन में रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) में कोविड पॉजिटिव पाए गए सभी 36 यात्रियों का आरटीपीसीआर रिजल्ट निगेटिव आया है। रांची के सिविल सर्जन डाक्टर विनोद कुमार ने यह जानकारी दी है। सिविल सर्जन डाक्टर विनोद कुमार ने बताया कि 24 अक्टूबर को हटिया रेलवे स्टेशन में जिन यात्रियों का रैपिड एंटीजन टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आया था, उनके आरटीपीसीआर टेस्ट के लिए सैंपल भी उसी समय लिया गया था।

जिला प्रशासन ने इस पूरे मामले से प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को अवगत कराते हुए अग्रेतर कार्यवाही का अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि हटिया रेलवे स्टेशन पर 22 अक्टूबर 2021 को 27 और 23 अक्टूबर 2021 को 40 यात्रियों का भी रैपिड एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव आया था। बाद में इन सभी यात्रियों की आरटीपीसीआर टेस्ट निगेटिव आई थी।

कोरोना की तीसरी लहर का संकेत, डाक्टरों ने कहा, पिछले साल नवंबर में बढ़े थे मामले

 राजधानी में जिस तरह से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है उससे लोगों में भय का माहौल है। हर दिन संक्रमितों के मिलने के बाद अब डाक्टरों ने भी इसे तीसरी लहर का संकेत मान लिया है। दूसरी लहर के बाद पिछले छह दिनों में जिले में रिकार्ड 126 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। पिछली बार नवंबर माह में भी संक्रमितों की संख्या बढ़ी थी, जिसे देखते हुए अब इसे उसी नजर से देखा जा रहा है। हालांकि तीसरी लहर की तैयारी को लेकर पहले से ही लगभग सभी अस्पताल तैयार हैं और इस बीच सरकारी अस्पतालों में बेड की संख्या भी बढ़ायी जा चुकी है। इसमें बच्चों के इलाज की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया गया है।

छह दिनों से दहाई के आंकड़े पर मिल रहे संक्रमित

दूसरी लहर के बाद सबसे अधिक संक्रमित मिलने का सिलसिला अक्टूबर माह से शुरू हुआ है। जिसमें 20 अक्टूबर से दहाई के आंकड़े में संक्रमित मिल रहे हैं। छह दिनों में सबसे अधिक संक्रमित 23 अक्टूबर को मिले हैं, जिनकी संख्या 27 है। दूसरी ओर कोरोना को मात देकर ठीक होने वालों की संख्या की बात की जाए तो छह दिनों में 92 लोग स्वस्थ भी हुए हैं। लेकिन इसके बाद भी अभी कुल एक्टिव केस 104 है, जो चौंकाने वाला है। इधर, 104 एक्टीव केस होने के बाद भी अस्पताल में पॉजिटिव मरीजों की संख्या कम है। कुल मरीजों में से करीब दो प्रतिशत ही मरीज अस्पताल में भर्ती है। इसे देखते हुए पहले ही उपायुक्त ने निर्देश दिया है कि जो भी संक्रमित हैं उन्हें होम आइसोलेशन में नहीं रखा जाए, बल्कि उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाए। लेकिन इस आदेश के बाद भी ऐसे मरीजों को ट्रेस कर उन्हें भर्ती नहीं कराया जा रहा है।

गाइडलाइन का कड़ाई से करना होगा पालन

रिम्स के डाक्टर विकास बताते हैं कि जिस तरह से कोरोना मरीज मिल रहे हैं वो काफी डराने वाले हैं। पूजा के बाद ऐसे मरीजों के मिलने के बाद अब लोगों को कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई के साथ पालन करना होगा। लोग अभी से संभल जाए और मास्क लगाने से लेकर शारीरिक दूरी का पालन करें। बाजारों में भीड़ से बचें और बच्चों को बाहर निकलने से रोकें ताकि बच्चों को संक्रमित होने से बचाया जा सके। जब तब बच्चों का वैक्सीन नहीं आ जाता अभिभावकों को अधिक सजग रहने की जरूरत है। साथ ही समय पर वैक्सीन की दोनों डोज लेना जरूरी है।

शिशु रोग विशेषज्ञ डा. एस सिडाना बताते हैं कि यह बच्चों के सुरक्षा के मामले में अभी से सतर्कता बरतनी होगी। कोरोना संक्रमित हर दिन मिल रहे हैं, अधिकतर बड़ों ने वैक्सीन ले ली है, लेकिन बच्चों को कैसे बचाना है इसके लिए कोविड गाईडलाइन का पालन करना जरूरी है।

जिले में इस तरह से बढ़ रहे हैं संक्रमित :

दिनांक नए संक्रमित कुल एक्टिव ठीक होने वाले

20 अक्टूबर 13 77 06

21 अक्टूबर 16 83 10

22 अक्टूबर 26 98 11

23 अक्टूबर 27 117 08

24 अक्टूबर 25 133 09

25 अक्टूबर 19 104 48

कुल 126 --- 92

chat bot
आपका साथी