Para Teachers ने घेरा सरकार के मंत्रियों का आवास, मंत्री बोले- पारा शिक्षक शीघ्र होंगे स्थायी
Jharkhand Para Teacher मंत्रियों ने पारा शिक्षकों को मुख्यमंत्री से बात कर मांगें पूरी कराने का आश्वासन दिया। आंदोलन के अगले चरण में पारा शिक्षक 10 फरवरी को सीएम आवास का घेराव करेंगे। शिक्षकों ने कहा कि अब उन्हें आश्वासन नहीं परिणाम चाहिए।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यभर के पारा शिक्षकों ने रविवार को झारखंड सरकार के मंत्रियों के आवास का घेराव किया। आंदोलन कर रहे सभी पारा शिक्षक स्थायीकरण, वेतनमान तथा सेवा शर्त नियमावली को लेकर उच्च स्तरीय कमेटी की अनुशंसा लागू कराने की मांग कर रहे थे। मंत्रियों ने शांतिपूर्ण ढंग से घेराव कार्यक्रम कर रहे पारा शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए उच्च स्तरीय कमेटी की अनुशंसा लागू कराने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से शीघ्र बात करने का आश्वासन दिया।
कहा कि राज्य सरकार जल्द ही पारा शिक्षकों को खुशखबरी देगी। स्वयं मुख्यमंत्री पारा शिक्षकों के मामले को देख रहे हैं। हालांकि, आंदोलनरत पारा शिक्षकों ने कहा कि अब उन्हें आश्वासन नहीं परिणाम चाहिए। अगले कार्यक्रम के तहत वे 10 फरवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। पारा शिक्षकों का घेराव कार्यक्रम मंत्रियों के स्थानीय आवासों पर हुआ। रांची में वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के बरियातू स्थित आवास के समक्ष यह कार्यक्रम हुआ जिसमें रांची, लोहरदगा, खूंटी, गुमला और सिमेडगा जिले के पारा शिक्षक शामिल हुए।
मंत्री की अनुपस्थिति में पारा शिक्षकों ने मंत्री द्वारा भेजे गए प्रतिनिधि आलोक दूबे को ज्ञापन सौंपे। इसी तरह, मंत्री मिथिलेश ठाकुर के गढ़वा, सत्यानंद भोक्ता के चतरा, आलमगीर आलम के पाकुड़, बादल के देवघर, बन्ना गुप्ता के जमशेदपुर, जोबा मांझी के मनोहरपुर, चंपई सोरेन के सरायकेला खरसावां स्थित आवास का घेराव हुआ, जहां संबंधित जिलों के पारा शिक्षक आवास घेराव कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का नेतृत्व संजय दूबे, प्रमोद कुमार, बिनोद बिहारी महतो, हृषिकेश पाठक, प्रद्युम्न कुमार सिंह, मोहन मंडल, नरोत्तम सिंह मुंडा व दशरथ ठाकुर ने किया।
पारा शिक्षक के कारण हम हैं मंत्री
चतरा में अपने आवास का घेराव कर रहे पारा शिक्षकों को संबोधित करते हुए श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि उनके सहयोग से ही वे विधायक और मंत्री बने हैं। उन्होंने पारा शिक्षकों को मुख्यमंत्री से बात कर उच्च स्तरीय कमेटी की अनुशंसा शीघ्र लागू कराने का आश्वासन दिया। कहा, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के कोरोना संक्रमित होने तथा गंभीर रूप से बीमार होने से इसमें देरी हुई। कहा, 10 फरवरी के पहले स्थायीकरण पर निर्णय ले लिया जाएगा। मुख्यमंत्री आवास के घेराव की नौबत आने नहीं दी जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने पारा शिक्षकों को खिलाए लड्डू
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने अपने आवास का घेराव करने पहुंचे पारा शिक्षकों को लड्डू खिलाकर उनका मुंह मीठा कराया। उन्होंने भी पारा शिक्षकों को मुख्यमंत्री के समक्ष उनकी बातों को रखने तथा समस्या के समाधान का अनुरोध करने का आश्वासन दिया। कहा कि पिछली सरकार ने पारा शिक्षकों पर लाठी चलाकर आंदोलन को कुचलने का काम किया था। पाकुड़ में मंत्री आलमगीर आलम ने भी पारा शिक्षकों को संबोधित करते हुए कैबिनेट की अगली बैठक से पहले पारा शिक्षकों की मांगों पर मुख्यमंत्री से बात करने का आश्वासन दिया।
मिथिलेश ठाकुर ने कहा, जल्द मिलेगी खुशखबरी
गढ़वा में अपने आवास का घेराव कर रहे पारा शिक्षकों से पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि सरकार पूरी तरह से पारा शिक्षकों के साथ है। उनके हित के प्रति गंभीर है। जल्द ही पारा शिक्षकों को खुशखबरी सुनने को मिलेगी।
यह है उच्चस्तरीय कमेटी की अनुशंसा
उच्चस्तरीय कमेटी ने पारा शिक्षकों को 5200-20200 का वेतनमान तथा 2000 से 2400 ग्रेड पे देने की अनुशंसा की है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) पास पारा शिक्षकों को जहां सीधे वेतनमान का लाभ मिलेगा, वहीं गैर टेट पारा शिक्षकों को इसके लिए परीक्षा देनी होगी। पारा शिक्षकों को तीन बार वेतनमान के लिए परीक्षा देने का मौका मिलेगा। इसमें पास करने पर उन्हें वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। पारा शिक्षक यदि यह परीक्षा उत्तीर्ण नहीं हो पाते हैं, तो भी उन्हें सेवा से नहीं हटाया जाएगा। हालांकि, परामर्श मांगे जाने पर विधि विभाग ने सभी पारा शिक्षकों को स्थायी करने के लिए टेट पास करना जरूरी बताया है।