Palamu News: अतिक्रमण से शहर के कई तालाबों का अस्तित्व खतरे में, महज 10 एकड़ में सिमट कर रह गया है तालाब
Palamu News तालाब के संरक्षण(Pond Protection) के प्रति पलामू(Palamu) के किसी स्तर पर सक्रियता नहीं दिख रही है। उल्टे तालाब का अतिक्रमण(Encroachment) किया जा रहा है। स्थानीय थाना रोड स्थित बड़ा तालाब का भी यही हाल है।
पलामू जासं। Palamu News: तालाब के संरक्षण(Pond Protection) के प्रति पलामू(Palamu) के किसी स्तर पर सक्रियता नहीं दिख रही है। उल्टे तालाब का अतिक्रमण(Encroachment) किया जा रहा है। स्थानीय थाना रोड स्थित बड़ा तालाब का भी यही हाल है। तालाब के हिस्सों काे सरकार से लेकर जनता तक ने अतिक्रमण किया। दिलचस्प बात तो यह है कि तालाब को अतिक्रमण कर सड़क का निर्माण कराया गया।
तालाब का कुल क्षेत्र महज 10 एकड़ में सिमट कर रह गया है:
जानकारों की मानें तो वर्षो पूर्व थाना रोड का बड़ा तालाब 16.2 एकड़ में था। यहां पूरे वर्ष पानी भरा रहता था। धीरे-धीरे लोगों की बुरी नजर तालाब पर लगती गई। लोग साजिश के तहत तालाब को कचरों से भरवाकर अतिक्रमण करते गए। अब तो तालाब का हाल बदहाल है। सही तरीके से मापी हो सतो तालाब का कुल क्षेत्र महज 10 एकड़ में सिमट कर रह गया है। हाल तो यह है कि दो हिस्सों में तालाब बंट चुका है। विडंबना है कि तालाब के बीचोबीच पक्की सड़क बना दी गई है। लोगों का कहना है सड़क बनाकर नगर निगम ने अतिक्रमण को सरकारी मोहर लगा दी है।
बाक्स : बीतता गया समय, तालाब की नहीं बदली तस्वीर
मेदिनीनगर: प्रमंडलीय मुख्यालय मेदिनीनगर शहर में करीब आधा दर्जन तालाब है। इसमें से मुख्य तीन तालाबों का अस्तित्व खतरे में है। शहर के रेड़मा स्थित जयश्री होटल के पीछे स्थित तालाब का तो अस्तित्व ही लगभग मिट चुका है। करीब चार एकड़ में फैले खास महाल के इस तालाब का जमकर अतिक्रमण होना बताया जाता है। शहर के नवकेतन सिनेमा के सामने स्थित तालाब का भी अतिक्रमण हुआ। इधर तालाबों के अतिक्रमित हो जाने के कारण शहरी क्षेत्र में जल संरक्षण व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित होकर रह गई है।