झारखंड में 48 लाख एमटी धान का उत्पादन, खरीद 2.25 लाख एमटी की ही
खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय ने कृषि क्षेत्र के विकास के प्रति चिंता जताई।
रांची । खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय ने कृषि क्षेत्र के विकास के लिए झारखंड को पुरस्कार मिलने पर हर्ष प्रकट किया है। इससे इतर उत्पादन के अनुरूप न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर धान की खरीद नहीं होने पर चिंता जताई है।
खरीफ 2016-17 का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तब 48 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ था, परंतु एमएसपी पर महज दो से सवा दो लाख मीट्रिक टन धान की ही खरीद हुई। उत्पादन और खरीद के बीच के इस बड़े अंतर की पड़ताल के लिए उन्होंने विभागीय सचिव को विशेष निर्देश दिया है।
मंत्री ने उत्पादन और बिक्री की विसंगति जानने के लिए सचिव से कृषि विभाग के सहयोग से प्रखंड और जिला स्तर पर हुए उत्पादन की रिपोर्ट तलब की है। कहा है कि रिपोर्ट के आधार पर क्षेत्रवार धान की खरीद की कोशिश होगी। उन्होंने सचिव को कृषि सचिव से समन्वय कर यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जिस तंत्र ने धान के उत्पादन में इतनी वृद्धि की है, उसकी सेवा किसानों से धान की खरीद में भी ली जाए।
मंत्री ने सचिव से कृषि मित्रों, सहकारी संस्थाओं आदि की सेवा इस कार्य में प्रदान करने की अपील कृषि सचिव से करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि केंद्र ने धान के लिए प्रति क्िवटल समर्थन मूल्य 1750 रुपये देने का निर्धारण किया है।
इससे इतर राज्य सरकार प्रति क्िवटल 200 रुपये बोनस देने का प्रावधान तैयार किया है। इससे कहीं कम कीमत पर बाजार में धान की बिक्री हो रही है। कृषि विभाग के सहयोग से किसानों को उनकी उपज की उचित कीमत दिलाई जा सकती है।