Jharkhand: झारखंड के इस अस्पताल से लूट लिए ऑक्सीजन सिलेंडर... कोरोना वार्ड में हंगामा...
Jharkhand News Palamu News मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल के आक्सीजन स्टोर रूम में गुरूवार को संक्रमित मरीजों के स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। बाद में स्टोर का दरवाजा जबरन खोलकर करीब दर्जन भर सिलेंडर आक्सीजन ले उड़े।
मेदिनीनगर (पलामू), जेएनएन। Jharkhand News, Palamu News मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल के आक्सीजन स्टोर रूम में गुरूवार को संक्रमित मरीजों के स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। बाद में स्टोर का दरवाजा जबरन खोलकर करीब दर्जन भर सिलेंडर आक्सीजन ले उड़े। हालांकि सभी आक्सीजन को स्वजन मेदिनी राय मेडिकल कालेज अस्पताल के कोविड वार्ड में ही ले गए थे। स्टोर रूम में हंगामा के बाद प्रशासनिक पदाधिकारी वहां पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
जानकारी के अनुसार कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को आक्सीजन की कमी हो रही थी। मरीज व उनके स्वजन परेशान थे। रिफिलिंग नहीं होने के कारण आक्रोशित स्वजन स्टोर रूम पहुंचे और जबरन आक्सीजन उठाकर कोविड वार्ड ले आए। पड़वा के दिनेश कमल व शिखा सिंह ने बताया कि उनका बड़ा भाई कोविड वार्ड में बुधवार रात से भर्ती है। बावजूद आक्सीजन के नाम पर महज आश्वासन दिया जा रहा है। इसी तरह अन्य मरीज भी परेशान हैं।
सरकारी या निजी अस्पतालों में आक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होनी चाहिए
पलामू जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों को अस्पतालों में निर्वाध आक्सीजन की आपूर्ति करने को लेकर जिला आक्सीजन टास्क फोर्स का गठन किया गया है। अपर समाहर्ता इसके नोडल पदाधिकारी होंगे। यह निर्देश पलामू के उपायुक्त शशि रंजन ने दिया है। जानकारी के अनुसार टास्क फोर्स में सदर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारी व जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को सदस्य के रूप में नामित किया गया है। टास्क फोर्स आक्सीजन की आपूर्ति करने वाली कंपनियों के साथ समन्वय बनाकर जिले के किसी भी अस्पताल में आक्सीजन की कमी ना हो यह सुनिश्चित करेंगे।
इसके अलावा उपायुक्त ने टास्क फोर्स के सभी सदस्यों को आक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति नियमित रूप से प्रत्येक 3 से 4 घंटे के अंतराल पर करते रहने का निर्देश दिया है। इसके लिए सदर अस्पताल स्थित आक्सीजन सिलेंडर भंडारण कक्ष की लगातार निगरानी की जाएगी। टास्क फोर्स के सदस्य से सदर अस्पताल के आक्सीजन सिलेंडर भंडारण कक्ष का प्रत्येक दिन कम से कम चार बार अवलोकन कर आक्सीजन सिलेंडरों की खपत की निगरानी करेंगे। किसी भी कीमत पर जिले के सरकारी या निजी अस्पतालों में आक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं होनी चाहिए। उपायुक्त ने आपूर्तिकर्ता पर नियंत्रण व निगरानी के लिए सदर अनुमंडल पदाधिकारी को दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया है।