अगर अंगदान करने की इच्छा है तो आइए रिम्स, अस्पताल जल्द शुरू करेगा ट्रांसप्लांट
दूसरों का जीवन बचाने के लिए अगर आप अंग दान करना चाहत हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। रांची के रिम्स अस्पताल में ऑर्गन डोनेशन की सुविधा शुरू हो गई है। जल्द ही ऑर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने वाली है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के लोगों के लिए अच्छी खबर है। राज्य के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान रिम्स में कॉर्निया और स्किन ट्रांसप्लांट के बाद अब आर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने वाली है। अगर आप अंगदान करना चाहते हैं तो रिम्स में आपका स्वागत है। अस्पताल ने इसके लिए आर्गन डोनेशन की सुविधा शुरू कर दी है। इच्छुक व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार नियमाें का पालन करते हुए अंग दान कर सकेंगे। अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट से लेकर लीवर, पेनक्रियाज व अन्य अंगों के ट्रांसप्लांट की सुविधा होगी।शुक्रवार पत्रकारों से बात करते हुए रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने बताया कि रिम्स स्थापित ऑर्गन ट्रांसप्लांट सेंटर देश का 12वां केंद्र होगा। यहां लोग आनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इच्छुक लोग रिम्स के वेबसाइट पर जाकर ऑर्गन ऑर्गन डोनेशन के लिए आवेदन कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही रिम्स में कई अन्य विभाग जल्द खोले जाएंगे। इसकी तैयारी चल रही है। इसके बाद राज्य के मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कई गंभीर बीमारियों का इलाज राज्य में हो सकेगा। उन्होंने कहा कि ऑर्गन डोनेशन के लिए निर्धारित गाइडलाइन है। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है। उसकी पहल रिम्स की ओर से की जा चुकी है।
किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया अंतिम चरण पर
नेफ्रोलॉजी विभाग बनने के बाद अब रिक्त पदों पर नियुक्ति की जा रही है। जल्द ही सभी नियुक्तियाें के होने के किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध होगी। वर्तमान में कुछ निजी अस्पतालों में किडनी ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया होती है। इसे पूरा कराने के लिए मरीजों को बाहर जाना पड़ता है। रिम्स में पूरी प्रक्रिया यहीं संचालित होगी।
रिम्स के जन औषधि केंद्र में 1 सप्ताह में मिलने लगी की सारी दवाएं
रिम्स निदेशक ने बताया कि जन औषधि केंद्र का टेंडर शनिवार तक फाइनल कर लिया जाएगा। जिसके बाद यहां पर हर तरह की दवाएं उपलब्ध हो सकेगी। फिलहाल सदर में जेनेरिक दवा की सप्लाई करने वाली कंपनी से ही रिम्स में दवा मंगाई जा रही है जो पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। लेकिन टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिस कंपनी को इसका जिम्मा दिया जाएगा उसमें सभी दवाइयों को रखा गया है।