अक्षय तृतीया पर लगातार दूसरे वर्ष नहीं खुला रांची का सराफा बाजार, लोगों ने की आनलाइन खरीदारी

अक्षय तृतीया पर लगातार दूसरे वर्ष रांची का सराफा बाजार बंद रहा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:05 PM (IST)
अक्षय तृतीया पर लगातार दूसरे वर्ष नहीं खुला रांची का सराफा बाजार, लोगों ने की आनलाइन खरीदारी
अक्षय तृतीया पर लगातार दूसरे वर्ष नहीं खुला रांची का सराफा बाजार, लोगों ने की आनलाइन खरीदारी

जासं, रांची: अक्षय तृतीया पर लगातार दूसरे वर्ष रांची का सराफा बाजार बंद रहा। रांची सोना चांदी व्यवसायी संघ के मुताबिक इससे राज्य में करीब लाकडाउन के कारण कम से कम 250 करोड़ के सोने चांदी का कारोबार प्रभावित होगा। सबसे ज्यादा राजधानी रांची में 70 करोड़ के आसपास का व्यापार प्रभावित हुआ है। व्यापारियों का कहना है कि अक्षय तृतीया में विशेष रूप से सराफा, कपड़ा, आटोमोबाइल, फ्लैट-जमीन का अपना अलग महत्व रहता है। शादी के मुहुर्तों के साथ ही खरीदारी के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाने के कारण अक्षय तृतीया पर जमकर खरीदारी होती है। मगर लाकडाउन के कारण बड़ा नुकसान हुआ है। लोगों ने नियम के लिए की आनलाइन खरीदारी:

कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए लगाए गए लाकडाउन के बीच लोगों ने इस वर्ष केवल नियम के लिए आनलाइन से थोड़ी बहुत खरीदारी की है। कई ज्वेलरी कंपनियां ग्राहकों को अक्षय तृतीया पर आकर्षक आफर दे रही थी। इसके साथ ही आनलाइन कपड़ों, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, और घरेलू सामानों की भी खरीदारी की गयी। कई आनलाइन पोर्टल के द्वारा अक्षय तृतीया पर ग्राहकों को नान ज्वेलरी आईटम पर भी बेहतरीन छूट दी जा रही थी। लोगों ने घरों में की पूजा:

संक्रमण के कारण सरकार के द्वारा मंदिरों को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है। ऐसे में लोगों ने अपने घर पर ही भगवान की पूजा अर्चना की। शहर के कई मंदिरों में अक्षय तृतीय पर सादगी के साथ भगवान की विशेष पूजा अर्चना की गयी। इस अवसर पर अपर बाजार स्थित लक्ष्मी नारायण में भगवान तुलसी मिश्रित जल से स्नान कराकर नए वस्त्र धारण कराया गया। इसके बाद विभिन्न फूलों से भगवान का विशेष श्रृंगार कर नैवेद्य भोग किया गया। भगवान की विष्णु सहस्त्रनाम स्त्रोत के साथ आरती की गयी।

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क्या कहती हैं महिलाएं

हर वर्ष आज के दिन भगवान की पूजा के लिए मंदिर जरूर जाते थे। इसके साथ ही मंदिर में आज दान का विशेष महत्व है। मगर लाकडाउन के कारण हमने घर पर ही पूजा की। साथ ही पंडित के नाम से दान का भाग निकालकर रख दिया।

रंजीता राज बक्षी, गृहणी अक्षय तृतीया पर दान का विशेष महत्व है। मगर मंदिर बंद थे। ऐसे में हमने अपने घर के आसपास ऐसे जरूरतमंद लोग जिनका काम लाकडाउन के कारण बंद है, उनको सूखा अनाज का वितरण किया। वर्तमान समय में इससे बेहतर कोई दान नहीं है।

मेघा श्रीवास्तव, गृहणी अक्षय तृतीया पर हर वर्ष कुछ न कुछ खरीदारी जरूर करती हूं। इस त्योहार में खरीदारी करने को शुभ माना जाता है। मगर लाकडाउन के कारण सारे दुकान बंद थे। ऐसे में हमने आनलाइन शापिग पोर्टल से नाम के लिए खरीदारी की है।

सुरुचि सिन्हा, गृहणी हर आज के दिन सोना जरूर लेती हूं। मगर पिछले दो वर्ष से लाकडाउन के कारण खरीदारी नहीं कर पा रही हूं। इस वर्ष मैंने एक इलेक्ट्रानिक आइटम आनलाइन मंगवाया है। इसकी डिलीवरी दो दिनों में हो जाएगी।

शीखा सर्राफ, गृहणी परिवार वालों के साथ आज घर पर ही पूजा किया। हमने भगवान से प्रार्थना की कि जल्द से जल्द महामारी दूर हो जाए। इसके साथ ही पूजा के बाद पंडित के लिए दान का भाग निकालकर रख दिया है। स्थिति सामान्य होने पर मंदिर में देंगे।

रिकी सिन्हा, गृहणी

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