सहायक जिला खनन पदाधिकारी की हो रही थी जासूसी, एक पकड़ाया Lohardaga News
Jharkhand News. सहायक जिला खनन पदाधिकारी की गतिविधि की सूचना देने के मामले में पुलिस ने एक युवक को पकड़ा है। प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सेन्हा थाना पुलिस को आवेदन दिया है।
लोहरदगा, जासं। लोहरदगा में बालू माफिया सहायक जिला खनन पदाधिकारी भोला हरिजन की जासूसी करा रहे थे। बालू के अवैध कारोबार के रोकथाम को लेकर अभियान में सहायक जिला खनन पदाधिकारी के निकलते ही उनके वाहन का मोटरसाइकिल से पीछा करता था। इस मामले में बुधवार को सहायक जिला खनन पदाधिकारी के वाहन का पीछा और जासूसी कर बालू के कारोबारियों तक सूचना पहुंचा रहे एक युवक को पुलिस के जवानों ने धर दबोचा।
पुलिस गिरफ्त में आए युवक को सेन्हा थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। युवक की पहचान लोहरदगा शहर के पावरगंज चौक निवासी दुलारचंद्र डे के पुत्र रामकुमार डे के रूप में हुई है। युवक के मोटरसाइकिल और उसके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है। साथ ही सहायक जिला खनन पदाधिकारी ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने को लेकर युवक के विरुद्ध सेन्हा थाना में कार्रवाई के लिए आवेदन दिया है। इस मामले को लेकर बालू कारोबारी और ट्रैक्टर मालिक एकजुट हो गए हैं।
नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष पावन एक्का के नेतृत्व में बालू के कारोबारी और ट्रैक्टर मालिक सेन्हा थाना पहुंचकर थाना प्रभारी से युवक को बेगुनाह बताते हुए उसे छोड़ने की मांग की। हालांकि थाना प्रभारी वीरेंद्र एक्का ने साफ तौर पर कहा कि इस मामले में प्रशासन और सहायक जिला खनन पदाधिकारी ही कुछ कर सकते हैं। इसके बाद बालू के कारोबारियों और ट्रैक्टर मालिकों ने राजनीतिक प्रतिनिधियों से संपर्क कर मामले को खत्म कराने का प्रयास किया है। बताया जाता है कि सहायक जिला खनन पदाधिकारी को सूचना मिली थी कि उनकी जासूसी कराई जा रही है।
इसके बाद उन्होंने मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी थी। बुधवार को सेन्हा प्रखंड के जोगना घाट में बालू के अवैध उठाव की सूचना मिली थी। इसके बाद सहायक जिला खनन पदाधिकारी अपने वाहन से वहां पहुंचे, पर वहां एक भी ट्रैक्टर नहीं मिला। सहायक जिला खनन पदाधिकारी को संदेह हुआ। उन्होंने गौर किया कि उनके वाहन की दो मोटरसाइकिल में तीन लोग पीछा कर रहे हैं।
इसके बाद उन्होंने साथ गए पुलिस के जवानों को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस वालों ने रामकुमार डे को धर दबोचा। पूछताछ में उसने बताया कि जासूसी बालू के कारोबारी करा रहे थे। इसके लिए उसे 10 हजार रुपये महीना मिलता था। मामले को लेकर पुलिस और खनन विभाग जांच और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।