सावन पर पहाड़ी बाबा का पट बंद, घरों में ही लगे बोल बम के जयकारे

कोरोना के कारण इस बार सावन का महीना भी नए अहसास लेकर आया। परंतु कोरोना के कारण मंदिर बंद होने के कारण घरों में ही नारे लगे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 01:42 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 01:42 AM (IST)
सावन पर पहाड़ी बाबा का पट बंद, घरों में ही लगे बोल बम के जयकारे
सावन पर पहाड़ी बाबा का पट बंद, घरों में ही लगे बोल बम के जयकारे

जागरण संवाददाता, रांची : कोरोना के कारण इस बार सावन का महीना भी नए अहसास लेकर आया। सुखद संयोग था कि सावन की शुरुआत पहली सोमवारी से हुई, परंतु पहाड़ी मंदिर सहित रांची के अधिकतर मंदिरों के पट बंद रहने के कारण महिलाओं ने घरों में ही भोले बाबा की पूजा अर्चना की। पूरे परिवार के साथ भोले बाबा के जयकारे लगाए। प्रतिवर्ष बोल बम के जयकारे से गूंजने वाला पहाड़ी मंदिर का मुख्य द्वार को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। बाहर में पुलिस तैनात थी। जो लोग पहुंचे वे बाहर से ही प्रणाम कर निकल गए। कहीं-कहीं शहर के छोटे मंदिर खुले दिखे। यहां दोपहर तक श्रद्धालु पूजा व दर्शन के लिए आते रहे। चुटिया श्रीराम मंदिर, पावर हाउस शिव मंदिर, मुचकुंद टोली शिवमंदिर में जलाभिषेक के लिए गर्भ गृह के बाहर ही अरघा लगा दिया गया। बारी-बारी से श्रद्धालु महादेव का जलाभिषेक किया। हालांकि उन मंदिरों में भी बीते साल की अपेक्षा भीड़ नहीं के बराबर थी। 50 हजार लोगों ने पहाड़ी बाबा का किया ऑनलाइन दर्शन

पहाड़ी मंदिर में प्रात: 4.30 बजे प्रथम पूजा के बाद मंदिर का कपाट खोल दिया गया। सदर एसडीओ लोकेश मिश्रा व पहाड़ी मंदिर के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद पूजा में शामिल हुए। पहाड़ी बाबा को 11 लीटर दूध, मधु, गंगाजल, गन्ना रस, चमेली तेल, दही, गुड़ पानी से रुद्राभिषेक किया गया। इसके बाद जरबेरा, चमेली, गेंदा, गुलाब आदि सुगंधित पुष्पों से बाबा का दिव्य श्रृंगार किया गया। आरती उतारी गई। संध्या में भी श्रृंगार आरती हुई। आम श्रद्धालुओं के लाइव दर्शन की व्यवस्था की गई थी। प्रात: 4.30 बजे से रात नौ बजे तक मंदिर के फेसबुक पेज पर अभिषेक-आरती का लाइव प्रसारण किया गया था। मंदिर के कोषाध्यक्ष अभिषेक आनंद के अनुसार रात नौ बजे तक करीब 50 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा का ऑनलाइन दर्शन किया। पहली सोमवारी पर श्रद्धालुओं ने रखे उपवास

अधिकतर मंदिरों के बाहर पुलिस थी मुस्तैद

कुछ छोटे मंदिरों के थे पट बंद 4.30 बजे सुबह में पहाड़ी मंदिर की हुई प्रथम पूजा

09 बजे रात्रि तक मंदिर के फेसबुक पेज पर लोगों ने ऑनलाइन दर्शन किए

01 लाख से अधिक लोगों ने पिछले साल पहली सोमवारी को पहाड़ी मंदिर में भोले बाबा पर जलाभिषेक किया था

11 लीटर दूध से पूजा किया गया

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