Jharkhand: मौसम में बदलाव के साथ वायरल बुखार पीड़ितों की संख्या बढ़ी

Jharkhand मौसम में बदलाव होने से बीमारों की संख्या बढ़ रही है। इससे निजी व सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो बीमारों में सर्वाधिक मामले वायरल बुखार से पीड़ित ही इलाज के लिए आ रहे हैं।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 03:59 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 03:59 PM (IST)
Jharkhand: मौसम में बदलाव के साथ वायरल बुखार पीड़ितों की संख्या बढ़ी
मौसम में बदलाव होने से इन दिनों वायरल बुखार से पीड़ित ज्यादा लोग मिल रहे हैं।

गढ़वा,जासं । मौसम में बदलाव होने से इन दिनों जिले में बीमारों की संख्या बढ़ रही है। इससे निजी व सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों की मानें तो बीमारों में सर्वाधिक मामले वायरल बुखार से पीड़ित ही इलाज के लिए आ रहे हैं। अधिकतर मरीजों को सर्दी, बुखार व खांसी जैसे लक्षण हैं। ऐसे मरीजों की कोरोना जांच भी कराई जा रही है। लेकिन कोरोना पॉजिटिव के मामले नहीं आ रहे हैं।

करीब दो माह के बाद एक महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। इसे कोविड अस्पताल में भर्ती कर इलाज चल रहा है। जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल के मेडिसिन, शिशुरोग व इमर्जेंसी ओपीडी में प्रतिदिन करीब 250 मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं। इनमें मेडिसिन ओपीडी में प्रतिदिन दो सौ, शिशु रोग ओपीडी में 20 से 40 तथा इमर्जेंसी में आनेवाले बीमारों की संख्या करीब 15 से 20 तक रहती है। चिकित्सकों की मानें तो इनमें अत्याधिक मामले वायरल बुखार से पीड़ितों के ही आ रहे हैं। कुछेक मामले टाइफाइड पीड़ितों के भी आ रहे हैं।

कमोवेश जिले के विभिन्न सीएचसी में आनेवाले मरीजों की स्थिति भी ऐसा ही है। मलेरिया के मामले बेहद कम हैं। बताते चलें कि जिले में विगत वर्ष की तुलना में मलेरिया के मामले बहुत कम हो गए हैं। विगत वर्षों में बरसात शुरू हो जाने के बाद मलेरिया पीड़ितों की संख्या अधिक रहती थी। बरसात के मौसम समाप्त होने के बाद भी मलेरिया से पीड़ितों की तादाद रहती थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को मेडिकेटेड मच्छरदानी उपलब्ध कराए जाने तथा लोगों में मच्छरदानी का उपयोग करने से इस स्थिति में व्यापक सुधार हुआ है। सदर अस्पताल स्थित लैब में भी प्रतिदिन मलेरिया के करीब एक दर्जन जांच किए जाते हैं। लेकिन पाजिटिव मामले नहीं के बराबर आ रहे हैं।

chat bot
आपका साथी