सामाजिक बदलाव के लिए एनएसएस सशक्त माध्यम

रांची राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Jan 2020 01:37 AM (IST) Updated:Wed, 29 Jan 2020 01:37 AM (IST)
सामाजिक बदलाव के लिए एनएसएस सशक्त माध्यम
सामाजिक बदलाव के लिए एनएसएस सशक्त माध्यम

जागरण संवाददाता, रांची : राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ब्रजेश कुमार ने कहा कि स्वच्छता, पर्यावरण, ऊर्जा संरक्षण एवं जल संरक्षण पर और अधिक जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। सामाजिक एवं स्वयं में बदलाव के लिए एनएसएस एक सशक्त माध्यम है। हमें ईमानदारी पूर्वक इससे जुड़कर सक्रिय योगदान देना है। वे मंगलवार को योगदा सत्संग कॉलेज में एनएसएस इकाई द्वारा स्वच्छता, पर्यावरण, ऊर्जा, जल संरक्षण विषयों पर चल रहे जागरुकता अभियान के समापन के मौके पर बोल रहे थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य ब्रिगेडियर डॉ. अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि कॉलेज की एनएसएस टीम ने जगन्नाथ मंदिर परिसर एवं गोद लिए कुटे (नगड़ी) में स्वच्छता अभियान चलाया है। सीनेटर डॉ. आरपी गोप ने कहा कि एनएसएस व्यक्तित्व विकास के साथ सामुदायिक विकास करने का उचित प्लेटफॉर्म है। कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. राधेश्याम डे कार्यक्रमों का रिपोर्ट प्रस्तुत किया। विजेताओं को किया पुरस्कृत

एनएसएस स्वयंसेवकों के बीच पेंटिंग, पोस्टर मेकिंग, स्लोगन लेखन, निबंध एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम से तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को पुरस्कृत भी किया गया। आयोजन को सफल बनाने में अरुंधति, अपराजिता, जीतेंद्र, अंशु, अभय, कनिष्ठा व रिया आदि का योगदान रहा। स्कूलों में डिजिटल शैक्षणिक सामग्री पहुंचाएंगे प्रज्ञा केंद्र

- 'दीक्षा' एप के माध्यम से ई-कंटेंट का लाभ उठा सकते हैं शिक्षक, विद्यार्थी राज्य ब्यूरो, रांची : राज्य में संचालित कॉमन सर्विस सेंटर (प्रज्ञा केंद्र) डिजिटल शैक्षणिक सामग्री शिक्षकों और विद्यार्थियों के बीच पहुंचाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। प्रज्ञा केंद्र 'दीक्षा' पोर्टल के माध्यम से यह जिम्मेदारी निभाएंगे। इसे लेकर मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में प्रज्ञा केंद्र संचालकों (विलेज लेवल इंटरप्रेन्योर) को इस पोर्टल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बताते चलें कि झारखंड में पिछले साल पांच सितंबर को 'दीक्षा' पोर्टल की लांचिंग हुई थी।

इस अवसर पर झारखंड शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) के निदेशक सह राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने प्रज्ञा केंद्र संचालकों को बताया कि 'दीक्षा' अर्थात डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से डिजिटल शैक्षणिक सामग्री शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराई जानी है। इस पोर्टल पर झारखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों द्वारा बनाए गए डिजिटल कंटेंट भी उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग शिक्षक के साथ-साथ विद्यार्थी कर सकते हैं।

उन्होंने प्रज्ञा केंद्र संचालकों से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करने तथा शिक्षकों व विद्यार्थियों को अधिक से अधिक डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराने में सहयोग की अपील की। बताया कि इसमें बेहतर कार्य करनेवाले प्रज्ञा केंद्रों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने सभी शिक्षकों, छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से 'दीक्षा' एप डाउनलोड करने तथा डिजिटल शैक्षिक सामग्री के माध्यम से पठनपाठन करने का भी आह्वान किया।

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36 पाठ्य पुस्तकों में क्यूआर कोड :

निदेशक ने बताया कि जेसीईआरटी द्वारा विकसित कक्षा एक से आठ के सभी विषयों के लिए कुल 36 पाठ्य- पुस्तकों के सभी पाठों में क्यूआर कोड डाले गए हैं। इन्हें स्कैन कर आसानी से 'दीक्षा' पोर्टल के ई-कंटेंट तक पहुंचा जा सकता है।

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