Jharkhand COVID News: अब चेतने का समय, रांची से मिले 26 कोरोना संक्रमित
Jharkhand COVID News राजधानी रांची में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को दो माह में सर्वाधिक 26 संक्रमित मिले हैं। हालांकि 11 संक्रमित स्वस्थ भी हुए। इसके बाद कुल एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आई है और यह 98 पर पहुंच गई है।
रांची, जासं। राजधानी रांची में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को दो माह में सर्वाधिक 26 संक्रमित मिले हैं। हालांकि 11 संक्रमित स्वस्थ भी हुए। इसके बाद कुल एक्टिव मरीजों की संख्या में कमी आई है और यह 98 पर पहुंच गई है। बता दें कि दुर्गा पूजा के बाद से कोविड मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बाजारों में कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा।
शुक्रवार को मिले कोरोना पॉजिटिव : 26
डिस्चार्ज हुए मरीज : 11
कुल एक्टिव मरीज : 98
कुल पॉजिटिव केस : 85984
कुल डिस्चार्ज हो चुके मरीज : 84297
जानें शनिवार को रिम्स व सदर में कौन-कौन चिकित्सक ओपीडी में करेंगे इलाज
कोरोना काल में ई-ओपीडी के बाद अब अस्पतालों में ओपीडी की सुविधा पूरी तरह से बहाल हो चुकी है। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स और जिला अस्पताल के रूप में सदर अस्पताल में भी ओपीडी सेवा सुबह 9:00 बजे से शुरू होती है। इसके साथ ही सदर अस्पताल और रिम्स में 24 घंटा इमरजेंसी की सेवा उपलब्ध है। दूसरी ओर निजी अस्पतालों में भी ओपीडी सुबह 9:00 बजे से खोल दी जाती है। इन सारे जगहों पर कोविड गाइडलाइन के अनुसार मरीजों को देखा जा रहा है और जरूरत पड़ने पर उनका कोविड टेस्ट भी कराया जा रहा है। साथ ही गंभीर मरीजों को अब भर्ती करने की भी सुविधा शुरू कर दी गई है।
रिम्स में रांची समेत झारखंड के विभिन्न जिलों से मरीज आते हैं। सुबह 9 बजे से दिन के एक बजे तक ओपीडी सेवा चलती है, फिर दूसरी पाली में 2 बजे से शाम 5 बजे तक डॉक्टर बैठते हैं। यहां मेडिसिन, न्यूरो व सर्जिकल ओपीडी में काफी भीड़ रहती है। मरीज दिखाने के लिए लंबी कतार मे लगे रहते हैं।
कोविड के कारण हर एक घंटे में 10 मरीजों की पर्ची काटी जा रही है। वहीं सदर अस्पताल में भी मरीजों को इमरजेंसी में हर बीमारी को दिखाया जा सकता है। इसके बाद जरूरत पड़ने पर संबंधित विभाग में भर्ती किया जाएगा। सिविल सर्जन बताते हैं कि अस्पताल में मुख्य रूप से गायनी और बच्चों के इलाज की पूर्ण व्यवस्था है, यहां गर्भवती महिलाओं को मुख्यमंत्री जननी योजना का लाभ भी दिया जाता है।गायनी विभाग में भी 24 घंटे डाक्टर मौजूद रहते हैं, जिन्हें रोस्टर के हिसाब से रखा गया है।
सदर अस्पताल में सर्पदंश और डॉग बाइट के भी वैक्सीन की व्यवस्था की गई है। इनमें सर्पदंश के लिए एंटी स्नेक वेनम और डॉग बाइट के लिए एंटी रेबीज वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया गया है। साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में भी इन वैक्सीन की व्यवस्था है और ओपीडी में डॉक्टर के बैठने के लिए व्यवस्था रखी गई है।
रिम्स ओपीडी
मेडिसिन - डा संजय कुमार सिंह
सर्जरी -डा एम सरावगी
ऑर्थोपेडिक - डा जीके गुप्ता
न्यूरो सर्जरी - डा सी बी सहाय
गायनी डिपार्टमेंट- डा किरण त्रिवेदी
पेडियाट्रिक्स -डा एमआर अखौरी
स्किन डिपार्टमेंट - डा प्रभात कुमार, डा आनंद कुमार
साइकियाट्रिक डिपार्टमेंट - डा अजय कुमार बाखला
नेत्र रोग विभाग - डा दीपक लकड़ा
ईएनटी विभाग - डा विनोद कुमार सिन्हा
टीबी एंड चेस्ट- डा ब्रजेश मिश्रा
रेडियोलॉजी थेरेपी- रश्मि सिंह
मेडिकल ओंकोलॉजी- डा आलोक रंजन
सर्जिकल ओंकोलॉजी- डा रोहित कुमार झा
सीटीवीएस -डा राकेश चौधरी
न्यूरोलॉजी- डा अंशिता थॉमस
सदर अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी में डाक्टर उपलब्ध रहेंगे। सुबह नौ बजे से डाक्टर चार पालियों में बैठते हैं।
आज ये डाक्टर मरीजों को देंगे चिकित्सीय परामर्श :
मेडीसिन इमरजेंसी - डा लाल मांझी, डा स्नेह संध्या, डा रुचिका, डा आजाद, डा विवेक
स्कीन ओपीडी - डा आजाद
आर्थो - डा प्रभात रंजन
गायनी विभाग में 24 घंटे डाक्टर उपलब्ध हैं।