Jharkhand: रांची में अब बिना ISI मार्क हेलमेट बेचने वालों पर होगी कार्रवाई

परिवहन विभाग के आदेश के बाद अब रांची में घटिया हेलमेट नहीं बिकेगी। वैसे दुकानदारों पर कार्रवाई होगी जो घटिया हेलमेट बेचते है। रांची पुलिस के साथ-साथ जिला प्रशासन की टीम भी ऐसे विक्रेताओं पर कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि परिवहन विभाग ने यह आदेश जारी किया है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 09:27 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 09:27 AM (IST)
Jharkhand: रांची में अब बिना ISI मार्क हेलमेट बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
Jharkhand: रांची में अब बिना ISI मार्क हेलमेट बेचने वालों पर होगी कार्रवाई। जागरण

रांची, जासं। परिवहन विभाग के आदेश के बाद अब रांची में घटिया हेलमेट नहीं बिकेगी। वैसे दुकानदारों पर कार्रवाई होगी जो घटिया हेलमेट बेचते है। रांची पुलिस के साथ-साथ जिला प्रशासन की टीम भी ऐसे विक्रेताओं पर कार्रवाई करेगी। गौरतलब है कि परिवहन विभाग ने यह आदेश जारी किया है कि अब हेलमेट पहनने वाले तय मानकों के अनुरूप बने हेलमेट ही पहनेंगे। हेलमेट हादसे में मौत की संभावना को काफी हद तक कम करता है। इसके बावजूद लोग चालान से बचने के लिए खानापूर्ति के लिए सिर पर घटिया हेलमेट डाल लेते हैं।

जो लोग लाख से दो लाख कीमत के वाहन लेते हैं, वे भी एक-दो हजार रुपये में आने वाली अच्छी क्वालिटी का हेलमेट नहीं पहनते। पुलिस को चकमा देने के लिए लोग शहर में विभिन्न स्थानों पर फुटपाथ व ठेला पर बिकने वाले हेलमेट लेकर समझते हैं, अब चालान नहीं कटेगा। लेकिन, इस चालाकी में वे भूल जाते हैं कि चालान पुलिस काटती है, लेकिन जान उनकी अपनी और उनके अपनों की है। इसके बावजूद 50 प्रतिशत से अधिक लोग फुटपाथ पर बिकने वाले नकली हेलमेट पहनकर घूमते हैं। प्रशासन भी नकली सामान, मिलावटी सामान बेचने वालों पर समय-समय कार्रवाई करता है, लेकिन लोगों के सिर की सुरक्षा करने वाला हेलमेट का गोरखधंधा धड़ल्ले से चलने के बावजूद प्रशासन चुप्पी साध कर बैठा है।

कहां-कहां बिकते हैं निम्न स्तर के हेलमेट

सहजानंद चौक, लोकायुक्त कार्यालय के सामने, जगरनाथपुर थाना के सामने, डोरंडा, कर्बला चौक, सुजाता चौक के पास अक्सर फुटपाथ और ठेला पर हेलमेट की दुकान सजी हुई रहती है। यहां नामी कंपनियों के डब्बा रहते हैं, लेकिन हेलमेट में कोई जान नहीं। जिस कंपनी के ऑरिजनल हेलमेट का दाम दो हजार रुपया है, वह मात्र 200 से 500 रुपये में फुटपाथ पर मिलता है।

इसलिए मजबूत हेलमेट जरूरी

ब्रेन ही एक ऐसा अंग है, जो खोपड़ी के अंदर सुरक्षित रहता है। कमजोर हेलमेट टूट जाता है और चोट सीधे ब्रेन को लगती है, जिससे उसकी कोशिका स्थाई रूप से क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिसका रिपेयर संभव नहीं है। आमतौर पर ‘एक्स्ट्रा ड्यूरल हिमैट्रोमा’ और ‘सब ड्यूरल हिमैट्रोमा’ यानी मस्तिष्क का अंदरूनी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता है। रक्त जम जाता है, जिससे मौत हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि तय मानकों के अनुसार बने हेलमेट को ही पहनना चाहिए।

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