Corona guidelines रांची जिला प्रशासन की बैठकः कोविड वैक्सीनेशन को लेकर मन में न रखें कोई भ्रम
वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में रांची जिला प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि कोविड टीका प्राप्त करने के लिए वैसे सभी नागरिक पात्र हैं जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 60 वर्ष या उससे अधिक हो।
रांची(जासं) : वैक्सीनेशन के तीसरे चरण में रांची जिला प्रशासन की ओर से गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि कोविड टीका प्राप्त करने के लिए वैसे सभी नागरिक पात्र हैं जिनकी उम्र 1 जनवरी 2022 को 60 वर्ष या उससे अधिक हो। ऐसे नागरिक जो 1 जनवरी 2022 को 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के होंगे और उनमें से कोई भी जो गंभीर रूप से बीमार हैं। हेल्थ केयर वर्कर्स, सहित फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को पहले से ही टीका लगाया जा रहा है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि अलग-अलग बीमारियों से ग्रस्त लोग पंजीकृत चिकित्सक से प्राप्त विशिष्ट प्रारूप में प्रमाण पत्र के आधार पर वैक्सीनेशन करा सकते हैं।
इन्हें मिली है अनुमति
हार्ट फेल्योर के साथ पिछले एक साल में अस्पताल में भर्ती हुए हों।
पोस्ट कार्डियक ट्रांसप्लांट के बाद या लेफ्ट वेंट्रिकुलर एसिस्ट डिवाइस के बाद।
लेफ्ट वेंट्रिकुलर सिस्टोलिक शिथिलता।
मध्यम या गंभीर वाल्वुलरह्रदय रोग।
गंभीर पल्मोनरी आर्टिरियल हाइपरटेंशन (पीएएच) या जन्मजात हृदय रोग के साथ पीएएच।
कोरोनरी धमनी रोग के साथ सीएबीजी/ पीटीसीए/ एमआइ और उच्च रक्तचाप / मधुमेह उपचार पर।
एंजाइना और उच्च रक्तचाप/ मधुमेह उपचार पर।
सीटी/ एमआरआइ स्ट्रोक और उच्च रक्तचाप/ मधुमेह उपचार पर।
पल्मोनरी आर्टिरियल हाइपरटेंशन और उच्च रक्तचाप/ मधुमेह उपचार पर।
किडनी/ लीवर/ हेमेटोपोएटिक स्टेम सेल प्रत्यारोपण: प्राप्तकर्ता/ प्रतीक्षा सूची में।
गुर्दा रोग/ हीमोडायलिसिस/ सीएपीडी पर।
मौखिक कॉर्टिकोस्टेरॉइड/ इम्यूनोसपरेसेंट दवाओं का लंबे समय तक उपयोग।
विघटित सिरोसिस
पिछले दो वर्षों में अस्पतालों में 15 गंभीर श्वसन रोग के साथ भर्ती हुए हो।
ङ्क्षलफोमा/ ल्यूकेमिया/ मायलोमा।
1 जुलाई 2020 या उसके बाद किसी भी ठोस कैंसर का निदान या वर्तमान में या किसी भी ठोस कैंसर का निदान या वर्तमान में या किसी भी कैंसर चिकित्सा पर।
सिकल सेल रोग/ अस्थि मज्जा विफलता/ आप्लास्टिक एनीमिया/ थैलेसीमिया मेजर प्राथमिक।
प्रतिरक्षा विकार/ एचआईवी संक्रमण।
बौद्धिक अक्षमता के कारण विकलांग व्यक्ति/ मस्कुलर डिस्ट्रॉफी/ एसिड अटैक श्वसन प्रणाली पर असर के साथ विकलांग व्यक्तियों के पास उच्च समर्थन की आवश्यकता वाले विकलांग/बहरे अंधापन सहित कई विकलांगताएं।