रांची में होने वाले भारत-न्यूजीलैंड मैच में नहीं होगा कोई बदलाव, जायजा लेने 14 को आएगी बीसीसीआइ की टीम
Jharkhand News BCCI News जेएससीए उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव ने कहा कि होटल प्रबंधन ने पूरा होटल देने का आश्वासन दिया है। सुरक्षा व्यवस्था और अन्य चीजों का जायजा लेने के लिए 14 को बीसीसीआइ की टीम रांची आएगी।
रांची, खेल संवाददाता। भारत-न्यूजीलैंड के बीच 19 नवंबर को रांची के जेएससीए स्टेडियम में होने वाले टी-20 मुकाबले में कोई फेरबदल नहीं होगा। होटल की जो समस्या आ रही थी, उसे सुलझा लिया जाएगा। होटल रेडिसन ब्लू प्रबंधन ने जेएससीए को आश्वस्त किया है कि खिलाड़ियों के लिए होटल उपलब्ध करा दिया जाएगा। मैच की तैयारी का जायजा लेने बीसीसीआइ की एक टीम 14 अक्टूबर को रांची पहुंचेगी। टीम के सदस्य होटल के साथ सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लेंगे।
जेएससीए के उपाध्यक्ष अजयनाथ शाहदेव ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण बीसीसीआइ इस बार पूरा होटल चाहती है। अब तक रांची में हुए मैचों में 75 से 80 कमरों में काम चल जाता था। लेकिन बायो बबल में खिलाड़ियों को रखने के उद्देश्य से बीसीसीआइ चाहती है कि पूरे होटल में सिर्फ खिलाड़ी ही रहें। उन्होंने कहा कि रेडिसन ब्लू प्रबंधन ने बताया कि वे आश्वस्त हैं कि मैच के समय पूरा होटल खाली हो जाएगा।
अजयनाथ शाहदेव ने बताया कि होटल में शादी नहीं है, बल्कि वहां मेहमानों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है। होटल प्रबंधन हमें 65 कमरा देने को तैयार है। लेकिन बीसीसीआइ द्वारा पूरा होटल मांगने के बाद हमलोगों ने होटल प्रबंधन से संपर्क किया और हमें आश्वस्त किया गया कि मैच से पहले होटल उपलब्ध करा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के एक अधिकारी ने अपने मेहमानों के लिए होटल का कमरा बुक कराया है।
उस अधिकारी से होटल प्रबंधन लगातार संपर्क में है। झारखंड राज्य क्रिकेट संघ के सचिव संजय सहाय ने बताया कि मैच की तैयारी चल रही है। तैयारी के साथ-साथ सुरक्षा व होटल व्यवस्था का जायजा लेने के लिए बीसीसीआइ की टीम 14 अक्टूबर को रांची आ रही है।
उन्होंने मैच में किसी भी बदलाव से साफ इंकार करते हुए कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ है कि होटल के कारण कोई अंतरराष्ट्रीय मैच के स्थल को बदलना पड़ा हो। उन्होंने कहा कि पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान खिलाड़ी होटल रेडिसन ब्लू में ही ठहरे थे। बीसीसीआइ के लिए यह होटल देखा हुआ है, इसलिए वे कोई बदलाव नहीं चाह रहे हैं और खिलाड़ियों को यहीं ठहराना चाहते हैं।